Corona Vaccination in Jammu Kashmir: उलेमा, मुफ्ती और मजहबी नेता बोले-कोरोना वैक्सीन इस्लामिक मान्यताओं के खिलाफ नहीं
जम्मू कश्मीर प्रदेश में अब तक करीब साढ़े पांच लाख लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं। जम्मू संभाग की तुलना में कश्मीर में टीका लगवाने वालों की संख्या कम है। घाटी में कई लोग मजहबी कारणों का हवाला देते हुए कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने से बच रहे हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शनिवार को कई वरिष्ठ उलेमाओं, मुफ्तियों और मजहबी नेताओं ने आगे बढ़ते हुए वैक्सीन लगवाई। इन नेताओं ने कहा कि यह वैक्सीन किसी भी तरह से इस्लामिक मान्यताओं के खिलाफ नहीं है। यह पूरी तरह सुरक्षित है और जो इसे लेकर भ्रम फैला रहे हैं, वह मजहब की आड़ में आम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
जम्मू कश्मीर प्रदेश में अब तक करीब साढ़े पांच लाख लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं। जम्मू संभाग की तुलना में कश्मीर में टीका लगवाने वालों की संख्या कम है। घाटी में कई लोग मजहबी कारणों का हवाला देते हुए कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने से बच रहे हैं।
लोगों में फैले भ्रम को दूर करने और उन्हेंं टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रशासन ने मजहबी नेताओं की मदद ली। वादी के कई वरिष्ठ उलेमाओं, मुफ्तियों और अन्य मजहबी नेताओं के लिए शेरे कश्मीर अयुर्विज्ञान संस्थान (सौरा) में टीकाकरण का आयोजन किया गया। शेरे कश्मीर आयुॢवज्ञान संस्थान के निदेशक डा. एजी अहंगर, सीईओ मुस्लिम वक्फ बोर्ड, डिवीजनल कोविड कंट्रोल रुल के प्रभारी ताहिर अहमद मागरे और स्टेट सर्वलांस आफिसर डा. तलत जबीन की मौजूदगी में डाक्टरों की एक टीम ने मजहबी नेताओं को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया।
मुफ्ती फरीदुद्दीन ने उलेमाओं और मुफ्तियों समेत मजहबी नेताओं के लिए कोरोना वैक्सीन टीकाकरण शिविर आयोजित करने के लिए प्रशासन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मैंने अच्छी तरह से अध्ययन किया है कि यह वैक्सीन किसी भी ऐसी चीज से नहीं बनी है, जिसकी इस्लाम में मनाही है। इसे लगवाना कहीं भी इस्लाम के खिलाफ नहीं है। हमारा सभी लोगो से आग्रह है कि वह कोविड वैक्सीन जरूर लगाएं। इसे लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें। मौलाना अख्तर हुसैन ने कहा कि मेरी आम अवाम से अपील है कि वह यह टीका जरूर लगवाएं। इस्लाम हमें सिखाता है कि हम सभी को मिलकर महामारी से लडऩा है।