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Jammu: यूआइइटी कठुआ में अव्यवस्था का आलम, बीटेक छात्र बिना परीक्षा के दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट

जम्मू विश्वविद्यालय में आज आधे स्टाफ के साथ कामकाज शुरू हो गया। रजिस्ट्रार प्रो. रजनी ढिंगरा ने गत मंगलवार को ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिया था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 12:17 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 12:17 PM (IST)
Jammu: यूआइइटी कठुआ में अव्यवस्था का आलम, बीटेक छात्र बिना परीक्षा के दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट
Jammu: यूआइइटी कठुआ में अव्यवस्था का आलम, बीटेक छात्र बिना परीक्षा के दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कठुआ में अव्यवस्था का आलम है। वर्ष 2019 के अकादमिक सत्र में बीटेक की पढ़ाई करवाने के लिए कॉलेज में विद्यार्थियों का दाखिला लिया, लेकिन बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) की पढ़ाई करवाई जाती रही। बीटेक का पाठ्यक्रम तैयार नहीं होने से पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं ही नहीं हुईं। बाद में इंजीनियरिंग कॉलेज प्रबंधन ने बिना परीक्षा लिए विद्यार्थियों को दूसरे सेमेस्टर में प्रोमोट कर दिया।

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वहीं, पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं दिसंबर तक हो जाती हैं। कैंपस की रिक्टर प्रो. मीना शर्मा का कहना है कि बीई से बीटेक का पाठ्यक्रम तैयार करने में देरी हुई। पाठ्यक्रम तैयार करने के बाद इसकी मंजूरी ली जाती है। इसे बोर्ड ऑफ स्टडीज में पारित करवाया जाता है। अब पाठ्यक्रम तैयार करके लागू किया गया है। लॉकडाउन हटते ही पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी। इस बार इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग की दाखिला प्रक्रिया बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के जरिए होगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में जब इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट शुरू हुआ तो उस समय बीई का पाठ्यक्रम पढ़ाया गया। बाद में एक साल तक पाठ्यक्रम को चलाने के बाद उसे बदलने का फैसला किया गया, लेकिन पाठ्यक्रम नहीं बदला गया। तीसरे व पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाएं भी नहीं हुई हैं।

जम्मू विवि में आधे स्टाफ के साथ आज से कामकाज शुरूः जम्मू विश्वविद्यालय में आज आधे स्टाफ के साथ कामकाज शुरू हो गया। रजिस्ट्रार प्रो. रजनी ढिंगरा ने गत मंगलवार को ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिया था। आदेश के अनुसार आज विश्वविद्यालय और उसके कैंपस के सभी रिक्टर, डायरेक्टर और विभागों के अध्यक्ष कार्यालय पहुंचें आैर कामकाज संभाला। अब से असिस्टेंट रजिस्ट्रार स्तर और इससे उपर के पदों के अधिकारी नियमित रूप से विश्वविद्यालय कैंपस में आएंगे। विभागों के अध्यक्षों और डायरेक्टरों से कहा गया है कि वे 50 फीसद स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित बनाने के लिए कर्मचारियों का रोस्टर तैयार करें। ग्रीन जोन में रहने वाले कर्मचारी ही एक दिन छोड़ कर कार्यालय पहुंचें। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को कैंपस नहीं आना है, वे उस दिन घर से ही काम करेंगे।


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