ऊधमपुर जिले को मिल सकती है मजालता विधानसभा सीट, ड्राफ्ट किए गए नए विस क्षेत्रों की सूची में शामिल होने की चर्चा
वर्तमान में ऊधमपुर जिले में ऊधमपुर रामनगर और चिनैनी-घोरड़ी तीन विधानसभा सीटें हैं। ऊधमपुर में सबसे अधिक मतदाता है। इसके बाद रामनगर और फिर चिनैनी का नंबर आता है। जिले में दो नए विधानसभा क्षेत्र बनाए जाने की मांग लंबे समय से है। इनमें एक मजालता और दूसरा पंचैरी है।
ऊधमपुर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन में ऊधमपुर जिले को एक और सीट की सौगात मिल सकती है। इसके बाद जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हो जाएंगे। परिसीमन आयोग की रविवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में आयोग के ड्राफ्ट पर चर्चा हुई है। इसमें मजालता का नाम लिए जाने की बात सामने आई है। हालांकि, स्थानीय नेता पंचैरी की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इसे भी नया विधानसभा क्षेत्र बनाने की आवाज उठा रहे हैं। बहरहाल, अभी नए विधानसभा क्षेत्र को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।
वर्तमान में ऊधमपुर जिले में ऊधमपुर, रामनगर और चिनैनी-घोरड़ी तीन विधानसभा सीटें हैं। ऊधमपुर में सबसे अधिक मतदाता है। इसके बाद रामनगर और फिर चिनैनी का नंबर आता है। जिले में दो नए विधानसभा क्षेत्र बनाए जाने की मांग लंबे समय से है। इनमें एक मजालता और दूसरा पंचैरी है। इसी साल जब परिसीमन आयोग की टीम जम्मू आई थी तो भाजपा, कांग्रेस, पैंथर्स पार्टी ने भी मजालता और पंचैरी सीट की मांग की थी। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मजालता पर लगभग सहमति बन गई थी। हालांकि, उन्होंने पंचैरी को भी नया विधानसभा क्षेत्र बनाने पर पूरा जोर दिया है। उनका कहना है कि अभी ड्राफ्ट सामने नहीं आया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि कौन सा नया विधानसभा क्षेत्र बन रहा है, लेकिन मजालता की ही अधिक संभावना है।
ऊधमपुर से पूर्व विधायक पवन गुप्ता का कहना है कि भौगोलिक तौर पर देखा जाए तो पंचैरी का पहाड़ी क्षेत्र अलग विधानसभा के लिए सबसे उपयुक्त है। इसमें पंचैरी की 13 पंचायतें, भमाग की आठ पंचायतें, ऊधमपुर और रियासी का कुछ क्षेत्र शामिल किया जा सकता है।
जिले में आबादी साढ़े छह लाख : लोगों का कहना है कि जिले की जनसंख्या साढ़े छह लाख से अधिक है इसीलिए अतिरिक्त विधानसभा क्षेत्र होना चाहिए। ऊधमपुर के पूर्व विधायक बलवंत ङ्क्षसह मनकोटिया भी पंचैरी क्षेत्र को नया विधानसभा क्षेत्र बनाना चाहते हैं। उनका कहना है कि जिले में दो विधानसभा क्षेत्र नए होने चाहिए थे।
खुशियों का बेसब्री से इंतजार : ऊधमपुर जिले को एक विधानसभा सीट मिलने की चर्चा से लोगों में खुशी है, लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट होने का इंतजार है। लोगों का कहना है कि यहां विधानसभा क्षेत्रों का सीमांकन सही तरीके से नहीं होने से लोगों को परेशान होना पड़ता है। सोमवार को पूरे दिन ऊधमपुर में नई विधानसभा की चर्चा रही। ऊधमपुर जिले में बहुत से पहाड़ी क्षेत्र हैं। इसलिए विधानसभा क्षेत्र छोटे हों तो विकास भी अधिक होगा।