Jammu Kashmir : वर्ष 2021 तक पूरी हो जाएगी देविका कायाकल्प परियोजना
देविका नदी कायाकल्प परियोजना वर्ष 2021 तक पूरी कर ली जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में उधमपुर में देविका नदी के किनारे स्नानघाटों का निर्माण
श्रीनगर , राज्य ब्यूरो : देविका नदी कायाकल्प परियोजना वर्ष 2021 तक पूरी कर ली जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में उधमपुर में देविका नदी के किनारे स्नानघाटों का निर्माण, प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षण और नदी के किनारों का सौंदर्यीकरण मुख्य रूप से शामिल होगा।
पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शनिवार को एक बैठक में राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना(एनआरसीपी) के तहत उधमपुर में देविका और तवी नदी में प्रदूषण उन्मूलन जायजा लेते हुए यह जानकारी दी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देविका और तवी के संरक्षण व प्रदूषण उन्मूलन की परियोजनाएं राष्ट्रीय महत्व की हैं। इन परियोजनाओं का एलान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह सिर्फ नदियां मात्र नहीं हैं, हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान भी हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि परियोजना से दोनों नदियों में प्रदूषण कम होगा और जल की गुणवत्ता में सुधार होगा। नदियों के पारिस्थितिक संतुलन के संरक्षण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को प्रगति की रोजाना समीक्षा कर काम में जुटी एजेंसियों के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए। केंद्रीय मंत्री ने परियोजना की मौजूदा स्थिति का वर्चुअल निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से बातचीत भी की।
बैठक में आवास एवं शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव धीरज गुप्ता, जिला उपायुक्त उधमपुर पियुष सिंगला, यूईईडी के चीफ इंजीनियर व अन्य संबधित प्रशासनिक अधिकारियों और कंल्सटेंट इंजीनियरों ने भाग लिया।
186.74 करोड़ की परियोजना, राज्य का हिस्सा सिर्फ 10 फीसद
आवास एवं शहरी विकास विभाग के सचिव धीरज गुप्ता ने बताया कि केंद्र ने देविका और तवी नदी में प्रदूषण उन्मूलन के राज्य के प्रयासों में सहयोग के लिए ही दोनों नदियों के कुछ चिन्हित स्थानों को एनआरसीपी में शामिल किया है। परियोजना की लागत 186.74 करोड़ है। जिसका खर्च केंद्र व राज्य 90:10 के अनुपात में वहन करेगी। निर्माण कार्य को तीन जोन में बांटा गया है।
124.22 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन
देविका नदी कायाकल्प परियोजना के तहत उधमपुर में सीवरेज व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए 124.22 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएगी। तीन सीवरेज पंपिग स्टेशन और तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित होंगे। यह देविका व तवी में गंदगी गिरने से रोकने में मदद करेंगे।
340 मीटर रीवर फ्रंट का होगा विकास
ऊधमपुर में देविका के किनारे 340 मीटर के हिस्से में तीन स्नान घाट, एक मेला स्थल (जहां लोग धार्मिक समागम और त्योहार क समय जमा होंगे), लकड़ी की कम खपत वाले दो शवदाह गृह, अस्थी विसर्जन स्थल, मनोरंजन पार्क और एतिहासिक इमारतों व पौराणिक मंदिरों का जीर्णोद्धार शामिल है।