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Jammu Kashmir: आतंकवाद के सफाये के लिए उनके मददगारों की खैर नहीं, 20 के करीब OGW गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को ढेर करने के साथ-साथ उनके मददगारों के खिलाफ भरी अभियान तेज किया है। पिछले दो सप्ताह में 20 के करीब ओवरग्राउंड वर्कर सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिए हैं।

By VikasEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 06:43 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 06:43 PM (IST)
Jammu Kashmir: आतंकवाद के सफाये के लिए उनके मददगारों की खैर नहीं, 20 के करीब OGW गिरफ्तार
पिछले दो सप्ताह में 20 के करीब ओवरग्राउंड वर्कर सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिए हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को ढेर करने के साथ-साथ उनके मददगारों के खिलाफ भरी अभियान तेज किया है। पिछले दो सप्ताह में 20 के करीब ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिए हैं। यह वह ओवरग्राउंड वर्कर वे थे जो कि स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती करने के अलावा उन्हें हथियार भी उपलब्ध करवाते थे।सुरक्षाबलों का अभियान बैसे तो पहले से ही जारी है लेकिन अब इसमें तेजी आई है।

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पिछले वर्ष कई नामी आतंकी कमांडरों साहित 227 आतंकवादियों को मार गिराने के बावजूद आतंकवादियों के यह ओवरग्राउंड वर्कर स्थानीय युवाओं को गुमराह कर उन्हें आतंकी संगठनों में शामिल करने की साजिश रच रहे हैं। इस बात की जानकारी सुरक्षाबलों को भी है। इसी को ध्यान में रखते हुए नामी ओवरग्राउंड वर्करों को हिरासत में लिया जा रहा है। दो दिन पूर्व हिरासत में लिए गए लश्कर के एक ओवर ग्राउंड वर्कर से अपनी तरह के अनोखे चीन निर्मित हैंड ग्रेनेड भी मिले थे। इससे पुलिस को यह आशंका है कि इस तरह के अन्य हथियार भी पाकिस्तान यहां पहुंचा सकता है। एसएसपी बारामुला अब्दुल क्यूम के अनुसार बारामुला जिले में पकड़े गए ओवर ग्रांउड वर्कर पर र 29 एफआइआर दर्ज हैं। यही नहीं चार बार उस पर जन सुरक्षा अधिनियम भी लग चुका है। आसिफ नाम के इस ओवरग्राउंड वर्कर के पास से जो ग्रेनेड पकड़े गए हैं, वे अनोखे हैं। पहली बार ऐसे ग्रेनेड मिले हैं। इससे पहले सुरक्षाबलों को कभी भी ऐसे ग्रेनेड नहीं मिले। इसकी जांच की जा रही है। उससे पूछताछ हो रही है।वहीं आतंकी संगठनों ने कश्मीर सहित जम्मू संभाग के कई जिलों में भी ओवरग्राउंड वर्कर तैयार किए हैं जो कि समय-समय पर उनकी मदद करते हैं। बीते शुक्रवार को रियासी के माहौर में भी ओवरग्राउंड वर्कर हिरासत में लिया गया।

इससे पहले डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी जैसे जिलों में भी कई बार ओवरग्राउंड हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आतंकवाद के खात्मे के लिए जिस तरह का अभियान पिछले वर्ष से चलाया हुआ है, उसमें आतंकी संगठनों को अपना अस्तित्व बचाने में भी मुश्किल हो रही है। यह ओवरग्राउंड वर्कर बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर उन्हें आतंकवाद की दलदल में फंसाते हैं। इन ओवरग्राउंड वर्कर का नेटवर्क ध्वस्त करके आतकंवाद का सफाया पूरी तरह से किया जा सकता है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान जारी है। पिछले वर्ष दो सौ से अधिक आतंकवादियों को ढेर किया गया था। कुछ ने आत्मसमर्पण किया था। आतंकवादियों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा रहा है। आतंकवाद की अब अधिक उम्र नहीं है। यह बात सभी को समझ आ रही है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

कब-कब पकड़े गए ओवरग्राउंड वर्कर

  • एक जनवरी: अवंतीपोरा में ओवर ग्राउंड वर्कर गिरफ्तार-बारामुला में ओवरग्राउंड वर्कर हिरासत में
  • -रियासी के माहौर में ओवरग्राउंड वर्कर हिरासत में
  • 18 दिसंबर : पुलवामा में ओवर ग्राउंड वर्कर हिरासत में लिया
  • 23 दिसंबर: अनंतनाग जिले के त्राल में जैश के छह ओवर ग्राउंड वर्कर हिरासत में
  • 24 दिसबंर: अल बदर के लिए काम कर रहे चार ओवर ग्राउंड वर्कर हिरासत में लिए
  • 25 दिसंबर- अवंतीपोरा में एक ओवरग्राउंड वर्कर हिरासत में लिया
  • 26. पुलवामा जिले के त्राल में एक ओवरग्राउंडपुलिस महा वर्कर हिरासत में लिया
  • 29 दिसंबर: श्रीनगर में टीआरएफ का ओवर ग्रांउड वर्कर हिरासत में

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