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Jammu : ऐतिहासिक मुबारक मंडी से रोपवे चले तो पर्यटकों को होगा लाभ

गंडोला से मुबारक मंडी को जोड़ना अति आवश्यक है। इससे पर्यटकों को डोगरा ऐतिहाससिक धरोहर देखने का मौका मिलेगा और पुराना शहर भी इससे जुड़ जाएगा। मुबारक मंडी में जिस स्थान पर गंडोला शुरू करने का प्रस्ताव था। उसका प्रोजेक्ट जब वह मुबारक मंडी हेरिटेज सोसासयटी के अध्यक्ष थे।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 18 Jul 2021 03:20 PM (IST)Updated: Sun, 18 Jul 2021 03:20 PM (IST)
Jammu : ऐतिहासिक मुबारक मंडी से रोपवे चले तो पर्यटकों को होगा लाभ
मात्र पीरखोह से महामाया तक रोपवे शुरू करने से बहुत कम लोगाें को लाभ होगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : डोगरा सदर सभा ने महामाया, बाग-ए-बहू और बहू किले को पीरखो मंदिरों से जोड़ने वाली गंडोला रोपवे परियोजना को पूरा करवाने के लिए उपराज्यपाल का आभार जताया है। साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रोजेक्ट ऐतिहासिक मुबारक मंडी को बाहू फार्ट से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, लेकिन इसे अब पीरखो तक ही सीमित कर दिया गया है। इसको लेकर सभा के अध्यक्ष पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना जिस उद्देश्य से शुरू की गई थी, उसे पूरा किया जाना चाहिए।

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गंडोला से मुबारक मंडी को जोड़ना अति आवश्यक है। इससे पर्यटकों को डोगरा ऐतिहाससिक धरोहर देखने का मौका मिलेगा और पुराना शहर भी इससे जुड़ जाएगा। मुबारक मंडी में जिस स्थान पर गंडोला शुरू करने का प्रस्ताव था। उसका प्रोजेक्ट जब वह मुबारक मंडी हेरिटेज सोसासयटी के अध्यक्ष थे। उन्हीं दिनों फाइनल कर दिया गया था। मात्र पीरखोह से महामाया तक रोपवे शुरू करने से बहुत कम लोगाें को लाभ होगा। इन दाेनों ही स्थानों पर यातायात सुविधा की बहुत बड़ी परेशानी है। जो भी पर्यटक जम्मू आएं, वह अधिक से अधिक जगहों को देख सकें। तभी वह यहां रुकना चाहेंगे। उन्होंने उपराज्यपाल से आग्रह किया है कि जल्द मुबारक मंडी रोपवे का काम शुरू करवाएं।

रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में चाढ़क ने दरबार मूव प्रक्रिया को बंद करने की दिशा में हो रहे प्रयासों का स्वागत किया और कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वह अपने स्वार्थ की लड़ाई लड़ रहे हैं। दरबार मूव बंद होना ही सभी के हित में है। इससे कराेड़ों का खर्च बचेगा, जिसका विकास कार्यो में प्रयोग संभव हो सकेगा। उन्होंने जम्मू के राजनेताओं को एक जुट होकर जम्मू के हित की बात करने के लिए आगे आने काे कहा। चाढ़क ने कहा कि अगर सभी एक नहीं होंगे तो जिस भेदभाव के शिकार डोगरे होते रहे हैं। उसी तरह आगे भी होते रहेंगे।

चाढ़क ने राष्ट्रीय राजमार्ग के विस्तारीकरण के लिए हो रही पहाड़ों की अंधाधुध कटाई का विरोध करते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में विकास कैसे होता है। भारत को चीन से इसकी सीख लेनी चाहिए। पहाड़ों से छेड़छाड़ से पूरा प्राकृतिक सौंदर्य प्रभावित हो रहा है। पहाड़ों की कटाई के कारण ही लगातार भूस्खलन हो रहे हैं। इस विरासत को संभालने की दिशा में राष्ट्रीय स्तर पर एक नीति बनाए जाने की जरूरत है। पहाड़ों की कटाई के बजाय टनल और दूसरे वैकल्पिक साधनों का सहारा लिया जा सकता है। चाढ़क ने आगाह किया कि हाल ही में मुबारक मंडी में व्यापक नुकसान हुआ है। आगे भी भारी बारिश के दौरान पहाड़ी का किनारा गिर सकता है।

जम्मू सचिवालय के सामने से बैरियर हटाने की मांग : डोगरा सदर सभा ने जम्मू सचिवालय के सामने से बैरियर हटाने और इसे मुख्य भवन के करीब स्थानांतरित करने की पुरानी मांग को दोहराया। उनका कहना था कि इससे स्कूल, कालेज जाने वाले विद्यार्थियों, मंदिर के भक्तों, पर्यटकों और जनाना पार्क, बहू लोचन स्थल और अंतिम संस्कार करने के लिए जाने वालों की परेशानियों को कम किया जा सकता है। सचिवालय मार्ग बंद करने का कोई मतलब नहीं है। लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए इसे जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए।


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