Jammu: टमाटर हुआ महंगाई से लाल, मुश्किल हुआ रसोई का तड़का
टमाटर महंगा हो जाने से गृहिणी परेशान है। घरों में सलाद में टमाटर गायब हो गया है। तड़के में भी टमाटर का इस्तेमाल कम गया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: पंजाब व स्थानीय क्षेत्र में टमाटर की फसल तकरीबन खत्म है। वहीं अन्य दूसरे राज्यों में अभी कोई नई फसल तैयार नही। इन दिनों मात्र हिमाचल प्रदेश से ही टमाटर की आवक हो रही है। यही कारण है कि टमाटर की किल्लत हो गई है और भाव आसमान चढ़ गए हैं। दो सप्ताह पहले जो टमाटर 20 से 25 रुपये किलो में बिक रहा था, अब 60 रुपये आ पहुंचा है।
दरअसल जम्मू के स्थानीय इलाके व पड़ोसी पंजाब में पिछले माह टमाटर की पैदावार बल्क में थी मगर तब मंडी में उचित दाम नही पड़े। किसानों को मंडी में टमाटर दो रुपये किलो में बेचने पड़े। उसके बाद किसानों ने फसल की ओर ध्यान नही दिया और नई फसल खुलकर नही आई। इससे टमाटर की किल्लत बन गई। हालांकि हिमाचल प्रदेश से ही टमाटर जम्मू पहुंच रहा है। नित्य 150 टन हिमाचली टमाटर की आवक जम्मू की नरवाल मंडी में हो रही है। लेकिन यह महंगा हो गया है और थोक भाव में ही 40 रुपये में बिक रहा है। वहीं दूसरी सब्जियों के भाव में भी कुछ तेजी है।
टमाटर महंगा हो जाने से गृहिणी परेशान है। घरों में सलाद में टमाटर गायब हो गया है। तड़के में भी टमाटर का इस्तेमाल कम गया है। छन्नी हिम्मत की रेखा ने बताया कि टमाटर 20 रुपये में आम था लेकिन अब 60 रुपये को छू गया है। ऐसे में आम आदमी टमाटर कैसे खरीद सकेगा। वहीं गांधीनगर के ज्योति प्रकाश का कहना है कि उन्होंने टमाटर का इस्तेमाल करना कम कर दिया है। पहले दो किलो टमाटर हर दूसरे तीसरे दिन वह खरीद रहे थे मगर अब किलो से ही तीन चार दिन निकालने पड़ रहे हैं। टमाटर अब स्लाद में ही इस्तेमाल नही हो रहा है।
जल्दी होंगे दाम सामान्य: नरवाल मंडी के थोक व्यापारी राज कुमार राजा का कहना है कि इस समय स्थानीय क्षेत्र में टमाटर नही है और पड़ोसी राज्य पंजाब में भी नही है। महज हिमाचल से ही 15-20 ट्रक माल नरवाल मंडी पहुंच रहा है। कम माल होने से ही दाम में तेजी है लेकिन जल्दी ही टमाटर सामान्य हो जाएगा। क्योंकि कुछ ही दिनों में जम्मू के पहाड़ी क्षेत्र से टमाटर चल पड़ेगा और वहीं श्रीनगर से ही टमाटर की फसल निकल आएगी। ऐसे में टमाटर की कोई कमी नही होगी और दाम अपने आप सामान्य हो जाएंगे।