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LBA: लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान बने पूर्व सांसद Thupstan Chhewang

लद्दाख से भाजपा के पूर्व सांसद थुप्स्तन छेवांग लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान चुने गए हैं। लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन लद्दाख की सियासत में बहुत प्रभाव रखता है। छिवांग ने वीरवार को लेह में हुए लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के चुनाव में प्रतिद्वंद्वी रिनचिन नाम्गाल को 199 वोट से हराया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 06:22 AM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 07:52 AM (IST)
LBA: लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान बने पूर्व सांसद Thupstan Chhewang
भाजपा के पूर्व सांसद थुप्स्तन छेवांग लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान चुने गए हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : लद्दाख से भाजपा के पूर्व सांसद थुप्स्तन छेवांग लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान चुने गए हैं। लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन लद्दाख की सियासत में बहुत प्रभाव रखता है। छिवांग ने वीरवार को लेह में हुए लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के चुनाव में प्रतिद्वंद्वी रिनचिन नाम्गाल को 199 वोट से हराया। थुप्स्तन को 270 वोट और नाम्गयाल को 71 वोट मिले। चार वोट अयोग्य घोषित हुए। कुल मिलाकर एसोसिएशन के 375 सदस्यों ने चुनाव में हिस्सा लिया।

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थुप्स्तन से पहले पीटी कुंजांग लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान थे। छेवांग दूसरी बार लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान बने हैं। इससे पहले उन्हें वर्ष 1988 में प्रधान चुना गया था। उन्होंने वर्ष 2019 में संसदीय चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार बनने से इन्कार कर दिया था। इस समय वह लद्दाख  में छठे शेड्यूल को प्रभावी बनाकर क्षेत्र के निवासियों के हितों का संरक्षण करने की मुहिम का नेतृत्व भी कर रहे हैं। थुप्स्तन वह लद्दाख में बौद्ध समुदाय के हितों के संरक्षण के लिए हर संभव कार्रवाई करेंगे।

उन्होंने बताया कि लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन का गठन वर्ष 1947 से पहले यंगमैन एसोसिएशन के रूप में हुआ था। गठन के बाद से यह संगठन बौद्ध समुदाय की बेहतरी के लिए काम कर रहा है। उन्होंने भारी मत से उन्हें विजयी बनाने वाले एसोसिएशन के सदस्यों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयास करेंगे।

वर्ष 2024 तक रहेंगे प्रधान : थुप्स्तन छेवांग वर्ष 2024 तक लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन के प्रधान के रूप में काम करेंगे। वह लेह के साथ कारगिल में भी रहने वाले बौद्ध समुदाय के सदस्यों के लिए काम करेंगे। वह दो बार लद्दाख के सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2014 में लद्दाख से भाजपा के सांसद बने छिवांग ने पहले लद्दाख यूनियन टेरेटरी फ्रंट के उम्मीदवार के रूप में संसदीय चुनाव जीता था।


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