Jammu : भैरव अष्टमी पर मंदिर में भव्य समारोह नहीं लेकिन सजावट देखने वाली होगी
भैरव अष्टमी के उपलक्ष्य पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भव्य समारोह तो नहीं होगा लेकिन मंदिर पूजा अर्चना और सजावट आदि पहले की तरह ही होगी। भैरव मंदिर अप्पर बाजार के महंत रूमिल शर्मा ने कहा कि जो भी श्रद्धालु पूजा अर्चना में भाग लेने के लिए
जम्मू, जागरण संवाददाता : भैरव अष्टमी के उपलक्ष्य पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भव्य समारोह तो नहीं होगा लेकिन मंदिर पूजा अर्चना और सजावट आदि पहले की तरह ही होगी। भैरव मंदिर अप्पर बाजार के महंत रूमिल शर्मा ने कहा कि जो भी श्रद्धालु पूजा अर्चना में भाग लेने के लिए आना चाहता हो कोविड के चलते जारी सभी सावधानियों का पूरा पालन करे।
उन्होंने बताया कि भगवान श्री काल भैरव जी के मंदिर में प्रभात प्रार्थना करवायी गई और दूसरे सभी कार्यक्रम भी नियमित होंगे लेकिन भंडारे का आयोजन नहीं होगा। पूजा अर्चना के सभी कार्यक्रम मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से घर-घर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर और बाजार को पहले की तरह ही सजाया जाएगा। इस दिशा में काम शुरू हो गया है। पिछले दिनों आयोजित प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था लेकिन सभी श्रद्धालु शारीरिक दूरी बनाए हुए थे। मास्क पहने हुए थे। मंदिर प्रबंधन की ओर से सेनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई थी।इसके अलावा अपने तौर भी श्रद्धालुओं ने सभी सावधानियों का पूरा पालन किया। इस दौरान ऐतिहासिक मुबारक मंडी में जरूरतमंद लोगों में कंबल आदि बांटे गए।
पत्रकारों को संबाेधित करते हुए रुमिल शर्मा ने कहा कि सात दिसंबर को प्रात: मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। भगवान श्री काल भैरव जी के सभी स्वरूपाें की पूजा की जाएगी। उसके बाद तेरह पंडितों द्वारा रुद्राभिषेक किया जाएगा और भगवान शिव के प्रिय भक्त जंगमाें द्वारा भगवान काल भैरव जी के भजनाें का गुणगान किया जाएगा।ब्राह्मण पूजन, जंगम पूजन और वटुक पूजन भी किया जाएगा। इस विशेष पूजन में भगवान श्री काल भैरव जी से यही प्रार्थना की जाएगी कि कोरोना महामारी से जल्द खत्म हो और भारत वर्ष फिर से खुशहाल हो और आने वाला वर्ष सबके लिए खुशियां लेकर आए।