पीडीपी कार्यालय के बाहर लगा तिरंगा हटाया तो फिर आएंगे
महबूबा मुफ्ती ने गत शुक्रवार को कहा था कि जब तक उन्हें जम्मू कश्मीर झंडा वापस नहीं किया जाएगा तब तक वह दूसरा कोई झंडा यानी तिरंगा नहीं उठाएंगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पीडीपी कार्यालय गांधीनगर जम्मू के ऊपर तिरंगा नहीं लगा पाए, लेकिन उन्होंने कार्यालय के बाहर जरूर इसे लगा दिया है। साथ ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि कार्यालय के बाहर लगाए गए तिरंगे को अगर हटाया गया तो वह इसे फिर से लगाने आएंगे। दरअसल, एबीवीपी कार्यकर्ता पीडीपी कार्यालय से पार्टी का झंडा हटाकर तिरंगा लगाना चाहते थे, लेकिन वहां तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। इसके बाद ये कार्यकर्ता कार्यालय के पास बने पार्क में पहुंच गए, लेकिन इस दौरान उन्होंने पीडीपी कार्यालय के बाहर चारदीवारी पर दो तिरंगे लगा दिए। अब कार्यकर्ता कह रहे हैं कि भले ही वह पीडीपी कार्यालय पर तिरंगा न लगा पाए हों, लेकिन इसके बाहर जरूर लगा दिए हैं। इसलिए इन्हें न हटाया जाए।
महबूबा मुफ्ती ने गत शुक्रवार को कहा था कि जब तक उन्हें जम्मू कश्मीर झंडा वापस नहीं किया जाएगा, तब तक वह दूसरा कोई झंडा यानी तिरंगा नहीं उठाएंगी। उनके इस बयान के बाद देश की राजनीति में उनके विरोध में भूचाल आ गया। जम्मू ही नहीं, कश्मीर में भी महबूबा विरोध हुआ। शनिवार को ही हंदवाड़ा में पीडीपी अध्यक्ष के बयान के विरोध में प्रदर्शन किया गया था।
एबीवीपी के महानगर सचिव अक्षय प्रधान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पीडीपी कार्यालय में तिरंगे लेकर पहुंचे थे। उन्होंने महबूबा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि महबूबा के बयान ने सवा करोड़ देशवासियों की भावनाओं को चोट पहुंचाई हे। इसे वे सहन नहीं करेंगे। उन्होंने सरकार से पीडीपी प्रधान को हिरासत में लेने की मांग की। पुलिस ने जबरन हटाया
पीडीपी कार्यालय पर तिरंगा लगाने के लिए एबीवीपी के कार्यकर्ता पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने जबरन हटा दिया। कई कार्यकर्ताओं को सड़क से उठाकर अलग ले जाया गया। इसी दौरान कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। पीडीपी कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ाई
मामला बढ़ते देख प्रशासन ने पीडीपी कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस के कई जवान तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो। एक दिन पहले पीडीपी के नेताओं ने आरोप लगाया था कि उनके कार्यालय पर हमला किया गया है।