जम्मू कश्मीर में सरकार तो बननी है, राज्यपाल शासन सरकार का कोई विकल्प नहीं है: कविंद्र गुप्ता
जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के तैयारियों के चलते पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने कहा है कि राज्यपाल शासन सरकार का कोई विकल्प नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के तैयारियों के चलते पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने कहा है कि राज्यपाल शासन सरकार का कोई विकल्प नहीं है। जम्मू में प्रार्थना सभा के बाद उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में सरकार तो बननी ही है। इसके लिए प्रयास हो रहे हैं।
प्रार्थना सभा में कुछ राजनीतिक पार्टियों के न आने पर उन्होंने कहा कि हमने सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाया है। आगे आना या न आना उनकी मर्जी है। इसी बीच पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन ने सरकार के गठन को लेकर मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने देर शाम को जम्मू में भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं से बैठक जरूर की।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार लोन ने भाजपा नेताओं को सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटाने की कोशिशों के बारे में बताया। लोन अगली सरकार के सूत्रधार होंगे। वह इस समय कश्मीर में भाजपा के लिए समर्थन जुटाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
ताजा हुई अटल के संघर्ष के दिनों की यादें
अटल विहारी वाजपेयी ने कड़ा संघर्ष कर मुकाम हासिल किया था। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के दौरान एक समय ऐसा भी था जब उनके पास पहनने के लिए चप्पल तक नहीं थी।आरएसएस के प्रांतीय कार्यवाह पुरुषोत्तम दधीचि ने कई दशक पहले ग्वालियर में संघ के कार्यक्रम का हवाला देते हुए बताया कि वहां पर वाजपेयी नंगे पांव पहुंचे थे।
एक पदाधिकारी ने उन्हें पांच रुपये देकर कहा कि कल चप्पल पहनकर आना। अगले दिन जब वाजपेयी फिर नंगे पांव पहुंचे तो उन्होंने पूछा कि चप्पल क्यों नहीं ली। इस पर वाजपेयी का जवाब था कि उन्होंने तीन दिन से खाना नहीं खाया है।
वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देते हुए दघीचि ने कहा कि यही संघर्ष अटल बिहारी वाजपेयी को जीवन में आगे ले गया। उन्होंने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा कर जो मुकाम हासिल किया, उसे किसी के लिए हासिल करना बहुत मुश्किल है।