Jammu: ज्यादा नशा करने से हुई थी ज्यौड़ियां के युवक सुरेश की मौत
आए दिन कानाचक्क आरएसपुरा ज्यौड़ियां अखनूर अरनिया रामगढ़ विजयपुर आदि सीमावर्ती इलाकों में नशे के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में पुलिस को इस मामले में और सख्ती करनी होगी और अभिभावकों को अपने साथ मिलाना होगा।
जागरण संवाददाता, जम्मू : वेयर हाउस इलाके में बिक्रम चौक के पास तवी नदी के किनारे झाड़ियों में पांच मार्च को संदिग्ध परिस्थितयों में मृत मिले ज्यौडि़यां के युवक सुरेश कुमार की मौत नशे की ओवरडोज से हुई थी। सुरेश को उसके दोस्तों ने नशीला पदार्थ दिया था, जिसके ज्यादा सेवन से सुरेश की मौत हो गई। इसके बाद वे शव को वेयर हाउस में झाड़ियों में फेंककर चले गए थे।
पुलिस ने इस मामले में सुरेश के तीनों दोस्तों ज्यौड़ियां के भूपेंद्रपाल शर्मा व विशाल ¨सह चिब और खौड़ के मनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। गांधी नगर पुलिस थाने में तीनों आरोपितों पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि सुरेश कुमार को दो मार्च को उसके दोस्तों ने फोन कर घर से बुलाया था। कुछ लोगों ने सुरेश को इसके बाद तीन युवकों के साथ एक कार में सवार होकर जाते हुए देखा था। पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी वे चारों जम्मू आ गए थे।
जम्मू पहुंचने पर सुरेश का मोबाइल फोन बंद हो गया था। परिजनों ने सुरेश की हर संभव स्थान पर तलाश की, लेकिन उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर चार मार्च को खौड़ पुलिस थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया गया था। पांच मार्च को वेयर हाउस में सुरेश का शव बरामद हुआ था। गांधीनगर के एसएचओ भरत शर्मा ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे सुरेश को ज्यौड़ियां से सिद्दड़ा इलाके में ले गए थे, जहां उन्होंने सुरेश को नशे की गोलियां दी।
नशे की ओवरडोज होने से सुरेश अचेत हो गया। जब उन्होंने देखा कि वह कोई हरकत नहीं कर रहा है तो वे उसे वेयर हाउस में झाड़ियों में फेंककर चले गए थे। गांधीनगर पुलिस सुरेश के साथियों से पूछताछ कर यह पता कर रही है कि उन्होंने नशीले पदार्थ कहां से लिया था। जम्मू में वे कहां रहे थे, इसका भी पता किया जा रहा है। इस मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
सीमावर्ती इलाकों में बढ़ रहा नशे का जाल, युवक आ रहे चपेट में: पुलिस की सख्ती के बाद भी सीमावर्ती इलाकों में मादक पदार्थ की तस्करी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब तक कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब नशे की ओवरडोज से युवक की मौत हो गई। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान हमारे देश के खासकर सीमावर्ती इलाकों के युवकों को नशे के जाल में फंसाने के लिए बड़ी साजिश रच रहा है। सीमा पार से लगातार हथियारों के साथ नशे की खेप को भारत में भेजा जा रहा है।
ऐसे में देश की पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता बरतती हैं, फिर भी जिस तेजी से सीमावर्ती इलाकों में नशे का धंधा फल-फूल रहा है, वह हमारी तैयारियों पर बड़े सवाल भी खड़े करता है। अब तो आए दिन कानाचक्क, आरएसपुरा, ज्यौड़ियां, अखनूर, अरनिया, रामगढ़, विजयपुर आदि सीमावर्ती इलाकों में नशे के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में पुलिस को इस मामले में और सख्ती करनी होगी और अभिभावकों को अपने साथ मिलाना होगा।
नशे पर लगाम लगाने में अभिभावकों की अहम भूमिका: जम्मू कश्मीर सरकार की नशा रोकने के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य एवं गैर सरकारी संस्था टीम जम्मू के चेयरमैन जोरावर सिंह जम्वाल का कहना है कि अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखे। बच्चे किस के साथ घूमते है, किन लोगों के वह संपर्क में है, यह जानकारी होना अनिवार्य है। इसके अलावा यदि आप का बच्चा घर पर गुमसुम बैठा रहता है या अचानक से उसने खाना कम कर दिया है या फिर उसके शरीर में नशे के सेवन का कोई सबूत मिलता है तो उसे नजर अंजाद ना करे। बच्चे से बात करे। यदि वह नशे के सेवन में पड़ रहा है तो उसे तुरंत नशा मुक्ति केंद्र में भेजा जाए।