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जम्मू कश्मीर : नई उम्मीदें लेकर आएगा वर्ष 2022, नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में रौनक लौटने की भी उम्मीद

कोरोना से उपजे हालात के कारण अभी तक मार्च 2020 से स्कूल बंद है। दसवीं व बारहवीं कक्षा की कक्षाएं कुछ महीने पहले शुरू की गई थी। सभी स्कूलों में पानी व बिजली उपलब्ध करवाने का लक्ष्य नजदीक पहुंचा। नब्बे फीसद स्कूलोंं में बिजली व पानी उपलब्ध हो चुका है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 31 Dec 2021 06:13 PM (IST)Updated: Fri, 31 Dec 2021 06:13 PM (IST)
जम्मू कश्मीर :  नई उम्मीदें लेकर आएगा वर्ष 2022, नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में रौनक लौटने की भी उम्मीद
सरकारी स्कूलों में दसवीं, बारहवीं कक्षा के बेहतर परिणाम लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : स्कूलों में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में साल 2022 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने की तैयारी है। स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल, रिसर्च एंड ट्रेनिंग नीति को प्रभावी तरीके से लागू करने पर कार्य कर रहा है। उम्मीद है कि मार्च अप्रैल में नए अकादमिक सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मदद मिल जाएगी। उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने को टास्कफोर्स का गठन किया गया है। जम्मू कश्मीर में शिक्षा को लेकर उम्मीद यह भी है कि अप्रैल 2022 में स्कूल खुल जाएंगे।

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कोरोना से उपजे हालात के कारण अभी तक मार्च 2020 से स्कूल बंद है। दसवीं व बारहवीं कक्षा की कक्षाएं कुछ महीने पहले शुरू की गई थी। सभी स्कूलों में पानी व बिजली उपलब्ध करवाने का लक्ष्य नजदीक पहुंचा। नब्बे फीसद स्कूलोंं में बिजली व पानी उपलब्ध हो चुका है। सरकार की कोशिश है कि स्कूलों में विद्यार्थियों को शिक्षा का बेहतर ढांचा मिले। सभी सरकारी स्कूलों में केजी की कक्षाएं शुरू करने की कोशिश की जा रही है। सरकारी स्कूलों में दसवीं, बारहवीं कक्षा के बेहतर परिणाम लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

दसवीं व बारहवीं कक्षा को छोड़कर अन्य कक्षाएं आनलाइन ही लग रही है। आनलाइन शिक्षा के ढांचे को मजबूत बनाने के लिए भी इस साल कदम उठाए जाएंगे। कौशल विकास को बढ़ावा देने की तरफ कदम तेजी के साथ बढ़ाए गए हैं। कौशल विकास विभाग का निरंतर प्रयास बना हुआ है कि सभी पालीटेक्निक कालेजों व आइटीआइ संस्थानों में सौ फीसद सीटें भरी जाए। कालेजों व विश्वविद्यालयों में समय पर अकादमिक सत्र शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।

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उम्मीदें :

---कोरोना से हालात सामान्य होने पर दो साल बाद अप्रैल में स्कूल खुलेंगे।

--- स्कूलों का समायोजन किया जाएगा। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है उनको साथ लगते अन्य स्कूलों में मिलाया जाएगा।

--- सभी स्कूलों में पानी, बिजली की सुविधा उपलब्ध करवाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।

--- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों का पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा।

--- उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पचास नए कालेज भी खुलेेंगे।

--- जम्मू कश्मीर के 14 डिग्री कालेजों में सेंटर फार इंक्यूबेेशन, इनोवेशन, इन्वेंशन स्थापित किए जाएंगे।

--- जम्मू विश्वविद्यालय और कश्मीर विश्वविद्यालय को नए वाइस चांसलर मिलेंगे।

--- डिग्री कालेजों में नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। ऐसे कोर्स शुरू किए जाएंगे जो रोजगार दिलाने में मददगार साबित होंगे।

--- तीन वर्ष पहले स्थापित किए गए 52 डिग्री कालेजों की इमारतों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

--- राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के तहत अहम प्रोजेक्ट के लिए जम्मू विश्वविद्यालय को दूसरी किश्त मिलेगी। एक सौ करोड़ रुपये मंजूर हुए थे जिसमें तीस करोड़ की पहली किश्त ही मिली है।

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जम्मू विश्वविद्यालय के प्रो. जसपाल सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को प्रभावी तरीके से लागू करने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है। स्कूलों में बेहतर सुविधाओं से ही हम बच्चों को गुणवत्ता वाली शिक्षा दे सकते है। जिस तरह से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, वह सराहनीय है। उम्मीद है कि नए साल में हमें कोरोना से राहत मिलेगी। स्कूल खुलेंगे। अकादमिक सत्र पटरी पर आएंगे। उच्च शिक्षा में नवीनीकरण, शोध, कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा। --


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