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Jammu Kashmir: कोरोना से नए कॉलेजों का कार्य भी लटका, नगरोटा-सिद्दड़ा डिग्री कॉलेज के लिए जगह भी चिन्हित नहीं हुई

जम्मू शहर के लिए 4 कॉलेज मंजूर हुए थे जिसमें नगरोटा कुंजवानी सिद्धड़ा और भगवती नगर शामिल थे। सबसे पहले कुंजवानी डिग्री कॉलेज में प्री फैबरीकेटेड ढांचा बन कर तैयार हुआ। आज वो कॉलेज चल रहा है। भगवती नगर में प्री फैबरीकेटेड ढांचा का कार्य अंतिम चरण में है

By Vikas AbrolEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 05:48 PM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 05:48 PM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना से नए कॉलेजों का कार्य भी लटका, नगरोटा-सिद्दड़ा डिग्री कॉलेज के लिए जगह भी चिन्हित नहीं हुई
उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने वर्ष 2019 में 52 नए डिग्री कॉलेज खोलने को मंजूरी दी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । कोरोना का असर जम्मू कश्मीर में नए डिग्री कॉलेजों के लिए जमीन की पहचान व अधिग्रहण करने व निर्माण कार्यों के साथ साथ नए कोर्स शुरू करने पर पड़ा है। जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने वर्ष 2019 में 52 नए डिग्री कॉलेज खोलने को मंजूरी दी थी। पिछले साल कोरोना की पहली लहर से कॉलेजों की जमीन पहचान का कार्य थोड़े समय के लिए लटका रहा।

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जम्मू शहर के लिए 4 कॉलेज मंजूर हुए थे जिसमें नगरोटा, कुंजवानी, सिद्धड़ा और भगवती नगर शामिल थे। सबसे पहले कुंजवानी डिग्री कॉलेज में प्री फैबरीकेटेड ढांचा बन कर तैयार हुआ। आज वो कॉलेज चल रहा है। भगवती नगर में इस समय प्री फैबरीकेटेड ढांचा का कार्य अंतिम चरण में है मगर नगरोटा और सिद्धड़ा डिग्री कॉलेजों के लिए करीब दो साल के समय के बावजूद भी जगह की पहचान व अधिग्रहण का कार्य नहीं हो पाया है। कॉलेजों की कक्षाएं अन्य कॉलेजों व पंचायत घरों या किराए की इमारतों में शुरु की गई थी। अब इस समय तो जम्मू कश्मीर में सारी शिक्षा ही ऑनलाइन चल रही है। परीक्षाएं भी ऑनलाइन हो रही है क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर के कारण सभी शिक्षण संस्थानों को 31 मई तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए है। वहीं दूसरी तरफ चार साल पहले डिग्री कॉलेजों में नए कोर्स शुरू करने की कोशिशें हुई थी।

तब तो कोर्सों का ब्यौरो बनाकर उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को भेज भी दिया था। उच्च शिक्षा विभाग ने नए कोर्स शुरू करने के लिए तैयारी नहीं की थी। न तो पर्याप्त ढांचा था, न अध्यापक थे और न ही संबंधित विश्वविद्यालयों से अनुमति ली गई थी। पाठ्यक्रम भी तैयार नहीं किया गया किया गया। वर्ष 2020 के शुरुआत में कोरोना आ गया जिस कारण आज तक नए कोर्स शुरू नहीं हो पाए। इतना ही नहीं नए कॉलेजों में तो आर्ट्स, कामर्स के कोर्स ही शुरू किए गए है। लैब न होने के कारण साइंस कोर्स शुरू नहीं हो पाए। 


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