Jammu Kashmir: हाईवे पर ढाबे बंद होने से टैंकर चालकों को खाने के लाले
इस समय लॉकडाउन है और सरकार द्वारा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के सभी जिलों में किराना दूध-दही और दवा की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद हैं।
जागरण संवाददाता, जम्मू: इस समय पूरे देश में लॉकडाउन है। ऐसी विषम परिस्थिति में भी सैकड़ों ऑयल टैंकर चालक हर रोज पेट्रोलियम पदार्थ लेकर कश्मीर घाटी रवाना हो रहे हैं। बावजूद इसके राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी ढाबे बंद होने से उन्हें खाने के लाले पड़ गए हैं। शहर के नरवाल स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसी) ऑयल डिपो से रोजाना 100 के करीब ऑयल टैंकर पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल लेकर जाते हैं।
इस समय लॉकडाउन है और सरकार द्वारा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के सभी जिलों में किराना, दूध-दही और दवा की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद हैं। ऐसे में जम्मू से श्रीनगर जाने वाले टैंकर चालकों को 300 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर ढाबे बंद होने से भोजन नहीं मिल रहा है। चालकों ने सरकार से मांग की है कि वह हाइवे पर उनके खाने के लिए कोइ उचित प्रबंध करवाएं।
एक दिन आइओसी और एक दिन बीपीसी, एचपीसी के खुल रहे हैं ऑयल डिपो
ऑल जेएंडके ऑयल टैंकर ड्राइवर्स, क्लीनर्स यूनियन के महासचिव स. देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस संक्रमण से एहतियात के तौर पर एक दिन इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) का डिपो खुलता है तो दूसरे दिन भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसी) ऑयल के डिपो। गत वीरवार को आइओसी का डिपो बंद था। यह आज शुक्रवार को खुला। इससे ऑयल डिपो पर एक साथ कर्मचारी और चालक एकत्र नहीं हो पा रहे हैं।
ऑल जेएंडके ऑयल टैंकर ड्राइवर्स, क्लीनर्स यूनियन के महासचिव स. देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि सामान्य दिनों में रोजाना करीब 250 टैंकर पेट्रोलियम पदार्थ लेकर श्रीनगर जाते थे। अब इनकी संख्या घटकर 100 तक पहुंच गई है। यूनियन ने आतंकवाद के दौर के दौरान भी कश्मीर घाटी में पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई बहाल रखी थी और अभी भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने सरकार ने कुद और बनिहाल में टैंकर चालकों व सहचालकों के लिए भोजन का बंदोबस्त करने की अपील की है, ताकि भविष्य में कश्मीर घाटी के लिए सप्लाई करने वाले चालकों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।