Jammu Kashmir: घाटी में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने दो और वाहन बम तैयार किए
वाहन बमों का सुराग लगाने के लिए बनाई विशेष टीम पुलिस के पास सूचना है कि घाटी में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जैश पुलवामा जैसा बड़ा हमला दोहराने की फिराक में है
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जैश-ए-मोहम्मद द्वारा वादी में सुरक्षाबलों पर हमले के लिए बनाए गए दो वाहन बमों को ढूंढ निकालने के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई है। साथ ही दक्षिण कश्मीर में पुराने वाहनों को बेचने वालों के अलावा कुछ मेकेनिकों को पूछताछ के लिए तलब किया है। पुलिस चोरी हुए वाहनों की सूची तैयार करने के अलावा छह माह में पकड़े गए जैश के ओवरग्राउंड वर्करों से भी नए सिरे से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के पास पुख्ता सूचना है कि घाटी में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जैश पुलवामा जैसा बड़ा हमला दोहराने की फिराक में है। इसी साजिश के तहत पुलवामा के आसपास सुरक्षाबलों के काफिले पर कार बम से हमले की साजिश रची थी। इस कार बम को पुलिस ने 28 मई को बरामद कर विस्फोटक से उड़ा दिया था। छानबीन में पता चला कि आतंकियों ने दो और वाहन बम तैयार किए हैं।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी आतंकी कमांडर अब्दुल रहमान व उसके दो अन्य साथियों के मारे जाने के बाद वादी में दो और वाहन बमों की मौजूदगी की संभावना जताई है। अब्दुल रहमान आइईडी विशेषज्ञ था।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल रहमान उर्फ फौजी व उसके साथियों वलीद और लंबू द्वारा बनाए वाहन बम आतंकियों ने किसी सेफहाउस में छिपा रखे हैं। एक वाहन बम बडगाम और दूसरा पुलवामा व कुलगाम के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के आस-पास रखा गया है।
उन्होंने बताया कि अब्दुल रहमान उर्फ फौजी के मारे जाने से आतंकियों की धमाका करने की साजिश कुछ दिनों तक ही टली, पर मौका मिलते ही वह फिर हमला कर सकते हैं।संवेदनशील जगहों की हो रही पहचानआतंकियों के हमले की ²ष्टि से संवेदनशील प्रतिष्ठानों और इलाकों का आकलन किया जा रहा है। इसके अलावा उन जगहों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जहां वाहनबम हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ महीनों के दौरान पकड़े जैश के ओवरग्राउंड वर्करों से दोबारा पूछताछ शुरू की है। इनमें से अधिकतर पुलवामा और बडगाम जिले से हैं।