Awantipora Encounter: मोस्ट वांटेड था अवंतीपोरा मुठभेड़ में मारा गया पाकिस्तानी आतंकी अबु सैफुल्ला
आतंकी अभी भी साथ लगते जंगलों में छिपे हुए हैं। सेना का कहना है कि मारे गए विदेशी आतंकी अबु सैफुल्ला की तलाश उन्हें कई महीनों से थी। वह पुलवामा में कई आतंकी वारदातों में वांछित था।
श्रीनगर, जेएनएन। जिला पुलवामा के अवंतीपोरा में बुधवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में जैश-ए-मुहम्मद के जिस आतंकवादी को मार गिराया था, उसकी पहचान पाकिस्तान निवासी अबु सैफुल्ला के तौर पर हुइ है। वह सुरक्षाबलों की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल था। पिछले डेढ़ साल से अबु खिरयु व त्राल में सक्रिय था। सुरक्षाबलों ने बताया कि अबु ने ही कश्मीर में गुज्जर समुदाय के दो युवकों का अपहरण कर हत्या की थी। यही नहीं उसी ने पुलिस में एसपीआे लगे कश्मीरी युवाआें को नौकरी छोड़ने व बाहरी राज्यों के मजदूरों को घाटी छोड़ने की धमकी थी दी। सुरक्षाबलों का कहना है कि अबु सैफुल्ला के मरने से जिला पुलवामा के लोगों को काफी राहत मिली है।
मुठभेड़ स्थल से फरार हुए अन्य दो आतंकियों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने अभी भी अवंतीपाेरा के खिरयु, नागिंदर व उसके साथ लगते इलाकों में सर्च आपरेशन जारी रखा हुआ है। सुरक्षाबलों का कहना है कि उन्होंने इस इलाके को चारों ओर से घेर रखा है। आतंकी अभी भी इलाके के साथ लगते जंगलों में पनाह लिए हुए हैं।
सुरक्षाबलों का कहना है कि अवंतीपोरा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना उन्हें मंगलवार को मिली थी। सुरक्षा के तुरंत बाद ही सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के विशेष एसओजी दल के जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों के पहुंचने की सूचना मिलते ही आतंकी भी सचेत हो गए और वे किसी के घर में छिप गए। सुरक्षाबल जब उस मुहल्ले में पहुंचे तो आतंकियों ने अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी। इस फायरिंग में सेना का एक जवान राहुल व पुलिस का एसपीओ शाहबाज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जब दूसरे जवान अपने घायल साथियों को मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित बाहर निकाल रहे थे, तभी मौके का फायदा उठाकर आतंकी वहां से फरार हो गए। हालांकि गंभीर रूप से घायल दोनों जवानों ने 92 बेस अस्पताल में इलाज के दौरान जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया था।
अगले दिन बुधवार को सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकियों को खिरयु से डेढ़ किलोमीटर दूर नागिंदर इलाके में घेर लिया। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मार गिराया गया। स्थानीय न होने की वजह से उसकी तत्काल पहचान नहीं हो पाई। बाद में इसी पहचान पाकिस्तान निवासी अबु सैफुल्ला के तौर पर हुई। अन्य दो आतंकी एक बार फिर वहां से बच निकले। सेना ने बताया कि पिछले दो दिनों से फरार आतंकियों की तलाश के लिए सेना के जवान अभियान चलाए हुए हैं। गांव में आने व जाने वाले सभी मार्गों की नाकाबंदी की गई है। आतंकी अभी भी वहीं साथ लगते जंगलों में छिपे हुए हैं। सेना का कहना है कि मारे गए आतंकी अबु सैफुल्ला की तलाश उन्हें कई महीनों से थी। वह कश्मीर में गुज्जर समुदाय के दो नागरिकों अब्दुल कादिर कोहली और मंज़ूर अहमद कोहली के अपहरण आैर हत्या में शामिल था। यही नहीं उसने पिछले साल एक दुकानदार नसीर अहमद गनी को गोली मारकर घायल कर दिया था।
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि सैफुल्ला पुलवामा में धमकी भरे पोस्टर चिपकाने के एक मामले में भी वांछित था। उसी ने एसपीओ को अपनी नौकरी छोड़ने और बाहरी राज्यों के मजदूरों को घाटी छोड़ने की धमकी दी थी। यही नहीं वह कुख्यात पाकिस्तानी आतंकी कारी यासीर का बहुत करीबी था। कारी को सुरक्षाबलों ने जिला कुपवाड़ा में जुलाइ 2013 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा सेना ने अनंतनाग के पाजलपोरा इलाके में भी दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सर्च आपरेशन चलाया हुआ है।