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Jammu Kashmir: असिस्टेंट लेबर कमिश्नर कार्यालय में आत्मदाह करने वाले मजदूर ने तोड़ा दम, 8 दिनों में बयान भी दर्ज नहीं कर पाई पुलिस

परिवार वालों ने डाक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे भी लेबर कमिश्नर कार्यालय के भ्रष्ट कर्मियों को बचाने का प्रयास कर रहे थे। अगर कमल के बयान हाे जाते तो वे सब लोग फंस जाते जिन्होंने उसे मरने के लिए मजबूर किया था।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 05:08 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 05:08 PM (IST)
Jammu Kashmir: असिस्टेंट लेबर कमिश्नर कार्यालय में आत्मदाह करने वाले मजदूर ने तोड़ा दम, 8 दिनों में बयान भी दर्ज नहीं कर पाई पुलिस
कमल कुमार 65 फीसदी झुलस चुका था और आठ दिन बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

जम्मू, जागरण संवाददाता। श्रमिक कार्ड रिन्यू करवाने के लिए असिस्टेंट लेबर कमिश्नर कार्यालय के चक्कर काटने से क्षुब्द आत्मदाह करने वाले मजदूर ने आखिरकार जीएमसी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अरनिया निवासी कमल पुत्र ध्यान चंद ने 16 नवंबर को शहर के डोगरा हाल स्थित असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के कार्यालय में खुद पर मिट्टी का तेल छिड़कर कर आग लगा दी थी।वह 65 फीसदी झुलस चुका था और आठ दिन बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

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कमल कुमार ने सोमवार देर रात को दम तोड़ा जिसके बाद पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया था। उधर मंगलवार को जब पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाने जीएमसी पहुंची तो वहां उसके परिवारवालों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि पुलिस इस मामले में शुरू से ही लीपापोती करती आ रही है।आठ दिनों तक कमल अस्पताल में भर्ती रहा लेकिन पुलिस ने एक बार भी उसके बयान दर्ज करने का प्रयास नहीं किया। वह उन लोगाें के नाम बताना चाहता था जो उसका काम रोके बैठे थे। वह लेबर कमिश्नर कार्यालय में कई चक्कर काट चुका था लेकिन वहां कर्मचारी उसका काम नहीं कर रहे थे जिस कारण वह परेशान हो गया था। कमल मजदूरी करता था और उस कार्ड के माध्यम से उसे मनरेगा व अन्य कामों में मजदूरी मिलने की आस थी।

वहीं परिवार वालों ने डाक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे भी लेबर कमिश्नर कार्यालय के भ्रष्ट कर्मियों को बचाने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने भी कमल के बयान नहीं होने दिए। अगर कमल के बयान हाे जाते तो वे सब लोग फंस जाते जिन्होंने उसे मरने के लिए मजबूर किया था। कमल 16 नवंबर को असिस्टेंट कमिश्नर कार्यालय में लेबर कमिश्नर कार्यालय में मौजूद चश्मदीद लोगों ने बताया कि कमल किशोर काफी गुस्से में कार्यालय से बाहर निकला। वह अभी कार्यालय के परिसर में ही खड़ा था कि उसने अपनी जेब में से एक बोतल निकाली और अपने ऊपर फेंक दी। इसके बाद उसने माचिस जलाई और खुद को आग लगा ली। चश्मदीदों के अनुसार यह घटना इतनी तेजी से हुई कि उन्हें कमल किशोर को बचाने का मौका नहीं मिला। देखते ही देखते कमल किशोर के शरीर में से आग की लपटे निकलने लगी।वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस अपने तौर पर भी इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। मामले में जो आरोपित पाया गया, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।


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