Sopore Custodian Killing: सोपोर में युवक की मौत की जांच पूरी, परिवार ने जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की
एडीसी मोहम्मद अहसान ने बताया कि इरफान डार की मौत की जांच पूरी हो चुकी है। रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी जा चुकी है। इरफान की मौत का कारण सार्वजनिक करने से इन्कार करते हुए कहा कि संबंधित प्रशासन ही रिपोर्ट के बारे में सबको बता सकता है मैं नहीं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर में बारामुला जिले के सोपोर में बीते साल सितंबर में एक युवक की कथित तौर पर हिरासत में मौत की जांच पूरी हो चुकी है। जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन बारामुला को सौंप दी है। इस बीच, मृतक के परिवार ने जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है।
सोपोर पुलिस ने 15 सितंबर 2020 को इरफान अहमद डार को आतंकियों का ओवरग्राउंड वर्कर होने के आधार पर हिरासत में लिया था। पुलिस के मुताबिक, 16 सितंबर की शाम को इरफान ने पूछताछ में तुज्जर शरीफ इलाके में अपने एक ठिकाने के बारे में बताया था। पुलिस उसे लेकर उक्त ठिकाने पर गई, लेकिन वहां वह किसी तरह से भाग निकला।
अगली सुबह उसका शव पास में ही पत्थर खदान में मिला था। इस पर परिवार के लोगों ने हिरासत में उसकी मौत होने का आरोप लगाया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। 17 सितंबर 2020 को बारामुला के तत्कालीन जिला उपायुक्त ने एडीसी बारामुला को जांच का जिम्मा सौंपते हुए 20 दिन में रिपोर्ट जमा कराने को कहा था। बाद में जांच की अवधि बढ़ाई गई थी।
बारामुला के एडीसी मोहम्मद अहसान ने बताया कि इरफान डार की मौत की जांच पूरी हो चुकी है। रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी जा चुकी है। उन्होंने इरफान की मौत का कारण सार्वजनिक करने से इन्कार करते हुए कहा कि संबंधित प्रशासन ही रिपोर्ट के बारे में सबको बता सकता है, मैं नहीं। इस बीच, इरफान के भाई जावेद अकबर ने कहा कि मेरा भाई निर्दाेष था। उसे फर्जी मामले में फंसाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि हिरासत में उसको यातना देकर मारा गया था। उन्होंने जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है।