Jammu Kashmir : किसान आंदोलन का जम्मू में दिखने लगा असर, सप्लाई लाइन हो रही प्रभावित
नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का अब जम्मू में भी असर दिखने लगा है। दिल्ली की सीमा पर किसानों की घेराबंदी से जम्मू में खाद्य वस्तुओं की सप्लाई लाइन प्रभावित हो रही है जिससे खाद्य वस्तुओं की किल्लत बनने लगी है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का अब जम्मू में भी असर दिखने लगा है। दिल्ली की सीमा पर किसानों की घेराबंदी से जम्मू में खाद्य वस्तुओं की सप्लाई लाइन प्रभावित हो रही है जिससे खाद्य वस्तुओं की किल्लत बनने लगी है। जम्मू खाद्य आर्पूति के लिए पूरी तरह से बाहरी राज्यों पर निर्भर है और बाहर से आने सप्लाई का अधिकतर हिस्सा जम्मू से होकर ही कश्मीर व प्रदेश के अन्य जिलों तक पहुंचता है, ऐसे में आने वाले दिनों में यह किल्लत पूरे प्रदेश को प्रभावित करेगी। किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान भी किया है, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इससे सप्लाई लाइन और प्रभावित होगी जिससे आने वाले सप्ताह में मुश्किलें बढ़ सकती है।
जम्मू में दालों की अधिकतर सप्लाई दिल्ली से आती है और दिल्ली से आने वाली यह सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित है। इसके अलावा खाद्य तेल की आर्पूति भी किसानों के आंदोलन के कारण प्रभावित है। खाद्य सप्लाई जारी रखने के लिए कई ट्रांसपोर्टर वैकल्पिक मार्गों से रास्ता तय करके जम्मू पहुंच रहे हैं। लंबा रास्ता तय करके जम्मू पहुंचने के कारण किराये में वृद्धि कर दी गई है जिसका असर खाद्य वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ रहा है। जम्मू की सबसे बड़ी थोक अनाज मंडी वेयर हाऊस के महासचिव दीपक गुप्ता का कहना है कि किसानों के आंदोलन से जम्मू की सप्लाई लाइन लड़खड़ा गई है। अगर जल्द ही यह आंदोलन समाप्त नहीं हुआ तो इससे प्रदेश में खाद्य वस्तुआें की किल्लत बन सकती है। किल्लत के कारण दामों में भी वृद्धि देखी जा रही है और दालों व खाद्य तेल की कीमतें सबसे अधिक बढ़ रही है। पिछले एक सप्ताह में ही इनकी कीमतों में दस से पंद्रह फीसद तक की वृद्धि हो गई है।
इसी बीच दवा विक्रेताओं ने भी अपनी दुकानों के बाहर किसानों के समर्थन में पोस्टर चस्पा दिए हैं। इसमें साफतौर पर लिखा है कि हम किसानों के आंदोलन को समर्थन करते हैं।