Militancy in Kashmir: आतंकी बने 3 युवकों के परिजनों की गुहार, कहा-यूं घुट-घुट कर मरने को मजबूर न करें
आतंकी संगठन टीआरएफ ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि पुलिस ने जिस लश्कर आतंकी को अवंतीपोर में गिरफ्तार करने का दावा किया हैवह पकड़ा नहीं गया है।उसे टीआरएफ ने उसके परिजनों की अपील के आधार पर वापस घर जाने का हुक्म सुनाया था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे दुष्प्रचार से गु़मराह हो आतंकी बने तीन युवकों के परिजनों ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए उनसे घर लौटने की अपील की है। इस बीच, आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट ने दक्षिण कश्मीर में दो युवकों को वापस उनके घर भेजने का दावा किया है। उत्तरी कश्मीर के सोपोर से 22 सितंबर को दो युवका मेहराजदीन वार और आबिद मुश्ताक अचानक अपने घरों से लापता हो गए थे। इन दोनों यु़वकों की सोशल मीडिया पर तस्वीरें भी वायरल हुई, जिनमें वे हाथों में स्वचालित हथियार लिए नजर आ रहे थे।
इन दोनों युवकाें ने अल-बदर आतंकी संगठन में शामिल होने का एलान किया था। इससे पूर्व पहली सितंबर को दक्षिण कश्मीर में नारपोरा शोपियां का जहांगीर अहमद वानी लापता हो गया था। वह भी कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बन गया है। इन तीनों युवकों के परिजनों ने सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो जारी कर, उनसे वापस लौटने की अपील की। इनके परिजनों ने अपनी अपील में परिवार को पेश आ रही दिक्कतों और तकलीफों का जिक्र करते हुए कहा है कि वह उन्हें यूं घुट-घुट कर मरने को मजबूर न करें। उन्होंने अपने गुमराह बच्चों को इस्लाम का वास्ता देते हुए घर लौटने के लिए कहा है। इस बीच,संबधित पुलिस अधिकािरयों ने भी कहा है कि अगर यह युवक जल्द सरेंडर करते हैं और किसी आतंकी वारदात में शामिल नहीं हुए तो उनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं हाेगी बल्कि उन्हें कौंसलिंग व संबधित कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए जल्द ही उनके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। उनके पुनर्वास में भी मदद की जाएगी।
इस बीच, आतंकी संगठन टीआरएफ ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि पुलिस ने जिस लश्कर आतंकी को अवंतीपोर में गिरफ्तार करने का दावा किया है,वह पकड़ा नहीं गया है।उसे टीआरएफ ने उसके परिजनों की अपील के आधार पर वापस घर जाने का हुक्म सुनाया था। टीआरएफ के मुताबिक एक और युवक जिसे गत इतवार को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया था, उसे भी भी संगठन में भर्तीनहीं किया गया। उसके बारे में जब पढ़ताल की गईतो पता चला था कि वह सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहता था।