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अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे गांवों में रात को पसरा रहा अंधेरा, दहशत में रहे लोग

सेना के इंजीनियर पावर स्टेशन पर मोर्चा संभाल कर बिजली बहाली का प्रयास कर रहे थे लेकिन जिन इलाकों में तकनीकी खराबी थी उन इलाकों में बिजली बंद ही रही। हालांकि बिजली कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है। सीमावर्ती इलाकों में भी आज बिजली बहाल होने की संभावना है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Tue, 21 Dec 2021 11:43 AM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 01:37 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे गांवों में रात को पसरा रहा अंधेरा, दहशत में रहे लोग
ठिठुरती सर्दी के बीच दिन गुजारने के बाद अब इन इलाकों में रात भी बिना बिजली के निकालनी पड़ेगी।

जम्मू, जागरण संवाददाता : अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे करीब 350 गांवों में सोमवार की रात तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं सकी थी। इसके चलते सीमावर्ती ग्रामीण दहशत में रहे। दरअसल, इन दिनाें अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठक का भी खतरा रहता है। इसलिए ग्रामीणों की चिंता बढ़ी हुई थी। हालांकि सेना के इंजीनियर पावर स्टेशन पर मोर्चा संभाल कर बिजली बहाली का प्रयास कर रहे थे, लेकिन जिन इलाकों में तकनीकी खराबी थी, उन इलाकों में बिजली बंद ही रही। हालांकि बिजली कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है। सीमावर्ती इलाकों में भी आज बिजली बहाल होने की पूरी संभावना है।

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कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य इंजीनियर सचिन टिक्कू ने दावा किया है किया कि जिन इलाकों में बिजली के जंपर उड़ रहे हैं, उन्हें कर्मचारी ठीक नहीं कर रहे हैं। वैसे बिजली की आपूर्ति कुछेक इलाकों में हो रही है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है, जिससे प्रदेश के 20 जिलों में बिजली की अभूतपूर्व किल्लत देखने को मिल रही है। जम्मू के सीमावर्ती गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है। आलम यह है कि बिजली ठप होने से पेयजल किल्लत बढ़ने लगी है।

जम्मू शहर के अलावा जम्मू के सीमावर्ती अारएसपुरा सेक्टर के साथ लगते गांव त्रेवा, पिंडी, जब्बोवाल, चानना, कैंप, चंगिया, कोटली, कोठे कैंप, पिंडी, कोठे सिद्धड़ पारली पिंड आदि गांवों में बिजली गुल रही। कंपकपाती सर्दी के इस मौसम में पूरा दिन बिजली बंद रहने से लोगों का बुरा हाल है। ठिठुरती सर्दी के बीच दिन गुजारने के बाद अब इन इलाकों में लोगों को रात भी बिना बिजली के निकालनी पड़ेगी। हालांकि कुछेक जगहों पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने अपना जेनरेटरर लगाकर स्थिति को संभालने की कोशिश की थी।

कैंडल मार्च निकाल कर्मचारियों ने दिया एकजुटता का संदेश : हड़ताल समाप्ति की घोषणा से पूर्व सोमवार की देर शाम को हड़ताली कर्मचारियों ने कैंडल मार्च निकालने की कोशश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें कनाल ग्रिड स्टेशन से सड़कों पर नहीं निकलने दिया। सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी हाथों में मोमबत्ती लेकर शांति मार्च निकाला। यह कर्मचारी बीते चार दिनों से कनाल रोड स्थित ग्रिड स्टेशन में मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इससे पूर्व कर्मचारियों ने दिन भर उप राज्यपाल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और हर कर्मचारी ने मांगों के समर्थन में अपने विचार रखे।


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