Jammu : नेमावर हत्याकांड के कसूरवारों को फांसी की सजा मिले : दलित चेतना मंच
मंच के प्रधान शाम लाल बस्सन ने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था उसको फांसी की सजा होनी चाहिए। इस गांव में हत्याकांड के बाद शवों को जमीन में गाड़ दिया गया था। यह जघन्य अपराध है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : मध्य प्रदेश के देवास जिले के नेमावर गांव में पांच लोगों की नृशंस हत्या की आल जेएंडके दलित चेतना मंच ने कड़ी भर्त्सना की है। मंच के प्रधान शाम लाल बस्सन ने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था, उसको फांसी की सजा होनी चाहिए। इस गांव में हत्याकांड के बाद शवों को जमीन में गाड़ दिया गया था। यह जघन्य अपराध है। इस अमानवीय कृत्य के लिए कसूरवार लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बस्सन ने कहा कि मध्यप्रदेश के इस गांव में पिछड़ी और जनजातीय वर्ग के लोग रहते हैं, लेकिन वहां की सरकार आरक्षित वर्ग के लोगों की रक्षा करने में नाकाम हो रही है। हालांकि अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार ने अत्याचार निवारण अधिनियम बनाया हुआ है। लेकिन इसका पालन नहीं हो पा रहा है। शाम बस्सन ने कहा कि देश में अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति वर्ग के लोगों पर लगातार अत्याचार होने की घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस बात का जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए। शाम बस्सन ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कुछ बरसों से आरक्षित वर्ग पर अत्याचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसलिए जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल से हमारी मांग है कि यहां पर अधिनियम अत्याचार निवारण को सख्ती से लागू कराया जाए। उन्होंने कहा कि कानून है मगर जब तक उस पर अमलीजामा नही पहनाया जाता, संबंधित लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नही कर सकेंगे। आल जेएंडके दलित चेतना मंच के सदस्यों ने जम्मू कश्मीर प्रशासन से यह भी मांग कि जम्मू कश्मीर में आरक्षित वर्ग को पूर्ण अधिकार दिए जाएं, जैसे कि अन्य केंद्र शासित प्रदेश में दिए गए हैं।