Rajni Patil in J&K : साल 1990 जैसे हालात रोकने के लिए केंद्र सरकार ठोस कदम उठाए : कांग्रेस
कांग्रेस की जम्मू कश्मीर की प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि घाटी में साल 1990 जैसी स्थिति रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। कश्मीर में अल्पसंख्यकों में भय का माहौल है। सरकारी कर्मी नौकरी करने वाले अल्पसंख्यक कर्मी डरे हुए हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कश्मीर के बिगड़े हालात और निर्दोष लोगों की हत्या के बाद दिवंगतों के स्वजन से संवेदना जताने के नाम पर सियासी पार्टियों की राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस की जम्मू कश्मीर की प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि घाटी में साल 1990 जैसी स्थिति रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। कश्मीर में अल्पसंख्यकों में भय का माहौल है। सरकारी कर्मी नौकरी करने वाले अल्पसंख्यक कर्मी डरे हुए हैं।
कश्मीर के बाद शनिवार को जम्मू पहुंचीं पाटिल ने आतंकी हमले में मारे गए अध्यापक दीपक चंद के घर जाकर शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। आतंकी हमले में मारे गए बिहार के निवासी के शव को उनके घर नहीं पहुंचाया गया। यह अफसोस की बात है। अगर पार्टी को कहा जाता तो वह प्रबंध करती।
प्रदेश प्रधान जीए मीर, पूर्व मंत्री रमन भल्ला, मुख्य प्रवक्ता रवींद्र शर्मा व अन्य नेताओं ने शनिवार शाम को दिवंगत अध्यापक दीपक चंद के निवास पर स्वजन के साथ दुख साझा किया। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देश पर रजनी जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। गत दिवस शुक्रवार को कश्मीर में रजनी ने आतंकी हमले में मारे गए मक्खन लाल ङ्क्षबदरू और अध्यापिका सुपिंदर कौर के घर पर भी जाकर शोक संतप्त स्वजन के प्रति संवेदना जताई थी।
गौरतलब है कि रजनी पाटिल रविवार को जम्मू के मीरां साहिब इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेगी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रङ्क्षवद्र शर्मा ने कहा कि कश्मीर में पिछले दिनों हत्याओं के बाद हालात बिगड़े हैं। मोदी सरकार कश्मीर में हालात सामान्य बनाने में नाकाम रही है। हम लगातार किसानों, महंगाई के मुद्दों को उठा रही है।