Amshipora Encounter: अमशीपोरा में मारे गए श्रमिकों के शव उनके परिजनों को सौंपे जाएंगे
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि हम लापता श्रमिकों के शव उनके परिजनों के हवाले करेंगे। इसके लिए एक कानूनी प्रक्रिया है। सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए शवों को कब्र से निकाल हम उन्हें उनके वारिसों के हवाले करेंगे। इस संदर्भ में उचित कार्रवाई जारी है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। अब जबकि यह साबित हो गया है कि अमशीपोरा शोपियां मुठभेड़ में मारे गए तीनों युवक राजौरी के लापता श्रमिक हैं, तो उनके शवों को कब्र से निकाल सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। यह जानकारी आईजीपी कश्मीर रेंज विजय कुमार ने बुधवार को दी।
आपको जानकारी हो कि अमशीपोरा शोपियां में 18 जुलाई को सेना की 62 आरआर के जवानाें ने एक तथाकथित मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था। बाद में जांच के दौरान ये तीनों आतंकी राजौरी के लापता तीन श्रमिक निकले। मारे गए श्रमिकों में अबरार अहमद, इम्तियाज अहमद और मोहम्मद इबरार शामिल थे। मुठभेड़ के बाद तीनों काे उत्तरी कश्मीर में दफना दिया गया था।
पुलिस और सेना ने अपनी अपनी जांच में स्वीकार किया है कि मरने वाले आतंकी नहीं बल्कि श्रमिक ही थे। सेना ने मुठभेड़ में शामिल सैन्य अधिकारियों व जवानों के खिलाफ सम्मरी ऑफ एविडेंस की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने भी मामले की जांच करते हुए दो लोगों को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन्हें पूछताछ के लिए आठ दिन की रिमांड पर लिया गया है। लापता श्रमिकों को अमशीपोरा मुठभेड़ में मारे जाने की पुष्टि होने के बाद से ही उनके परिजन लगातार शवों की मांग कर रहे थे।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि हम लापता श्रमिकों के शव उनके परिजनों के हवाले करेंगे। इसके लिए एक कानूनी प्रक्रिया है, उसका पालन करना जरुरी है। सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए शवों को कब्र से निकाल, हम उन्हें उनके वारिसों के हवाले करेंगे। उन्हाेंने बताया कि इस संदर्भ में उचित कार्रवाई जारी है। इसके साथ ही अमशीपोरा मुठभेड़ में लिप्त तत्वों के खिलाफ भी संबधित कानून के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।