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पेयजल संकट पर प्रशासन की खामोशी बढ़ा रही लोगों का गुस्सा

जागरण संवाददाता जम्मू जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारियों और सरकार के बीच कोई समझौता

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 06:49 AM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 06:49 AM (IST)
पेयजल संकट पर प्रशासन की खामोशी बढ़ा रही लोगों का गुस्सा
पेयजल संकट पर प्रशासन की खामोशी बढ़ा रही लोगों का गुस्सा

जागरण संवाददाता, जम्मू : जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारियों और सरकार के बीच कोई समझौता नहीं होने का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पिछले 20 दिनों से जम्मू संभाग में इन अस्थायी कर्मचारियों की हड़ताल से कई इलाकों में जलापूर्ति नहीं हो पा रही। जहां कहीं हो भी रही है, वह नाकाफी है। लोगों को इस कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विभाग कोई हल अभी तक नहीं निकाल पाया।

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बुधवार को भी लगातार 20वें दिन बीसी रोड स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय के समक्ष अस्थायी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए इन कर्मियों, लेकिन कोई बात नहीं बन रही। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से उन्हें काफी उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने ने भी उनकी सुध नहीं ली। सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं। यह कर्मचारी आल डिपार्टमेंट कैजुअल लेबर्स यूनाइटेड फ्रंट जम्मू प्रोविस के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं। फ्रंट के नेताओं ने अस्थायी कर्मियों को एकजुट होकर आंदोलन को तेज करने की अपील की। गत 25 सितंबर से यह कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जम्मू शहर में विभाग ने सथायी कर्मचारियों के माध्यम से जलापूर्ति शुरू की है, लेकिन आज भी बहुत से इलाकों में पेयजल संकट बना हुआ है। बुधवार को हुए प्रदर्शन में फ्रंट सदस्य भानू प्रताप, रवि हंस, राजेंद्र सिंह ताज, ज्योति प्रकाश, मोहन लाल, नवदीप सिंह, विजय कुमार, होशियार सिंह, विश्व दूबे, मंजीत सिंह, राकेश कुमार, रशपाल सिंह, बिकल मन्हास आदि मौजूद रहे। उन्होंने 65 महीने का बकाया वेतन और केंद्र शासित राज्यों की तर्ज पर न्यूनतम वेतन लागू करने की मांग दोहराई।

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बढ़ रही पानी की किल्लत

शहर के गांधीनगर, जानीपुर, मुट्ठी, दोमाना, चौआदी, कुरलियां, चक सरदार, रूपनगर, बन तालाब, सुंजवां समेत कई मुहल्लों में पानी की किल्लत बढ़ गई है। कहीं दस मिनट तो कहीं बीस मिनट पानी ही आ रहा है। कुछ मुहल्लों में तो दो दिन में एक बार आधे घंटे की जलापूर्ति ने परेशानी बढ़ा दी है। गांधीनगर लास्ट मोड़ में पिछले दो दिन में करीब दस मिनट पानी ही मिल पाया। ऊधमपुर में दो दिन से पानी की आपूर्ति प्रभावित है। शहर के बाहरी व दूरदराज इलाकों में हड़ताल के चलते पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है। लोग दूर-दूर से पानी लाकर गुजारा कर रहे हैं।

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बिजली विभाग के कर्मियों ने भी किया प्रदर्शन

जम्मू पॉवर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेपीडीसीएल) के कैजुअल नीड बेस्ड कर्मचारियों ने बुधवार को भी हड़ताल जारी रखी। कनॉल रोड स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय के समक्ष एकत्र हुए इन कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया तथा रोष जताया। यूनियन के अध्यक्ष अखिल शर्मा ने कहा कि जब तक कॉरपोरेशन के 870 कैजुअल नीड बेस्ड कर्मचारियों को एनआइसी पोर्टल में पंजीकृत सहित अन्य मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। -----------------------

इंजीनियरों के खाली पदों को नहीं भरने पर जताया रोष

जम्मू : जम्मू-कश्मीर इलेक्ट्रिक इंजीनियरिग ग्रेजुएट एसोसिएशन की महाचिव सचिन टिक्कू की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें प्रांतीय प्रधान अशोक कुमार दूबे, प्रांतीय प्रचार सचिव राजेश्वर जम्वाल, आयोजक सचिव यशपाल, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा व विपुल शर्मा आदि मौजूद थे। बैठक में कहा गया कि ऐसा देखा जा रहा है कि विभाग में कई एईई के पद रिक्त पड़े हुए हैं। इतना ही नहीं तबादले के बाद इंजीनियरों के पदों को भी नहीं भरा जा रहा। तबादला नीति में पारदर्शिता होनी चाहिए। एक रोस्टर तैयार किया जाना चाहिए ताकि जो दूरदराज क्षेत्रों में नियुक्त हैं और दो साल से ज्यादा समय व्यतीत कर चुके हैं, उन्हें भी अपने घर के आसपास नौकरी का मौका मिल सके। तबादला नीति सही नहीं होने के कारण दिक्कतें हो रही हैं। एसोसिएशन इंजीनियरों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं करेगी। चेहतों को खुश करने की नीति छोड़नी होगी। एसोसिएशन ने विभाग के प्रमुख सचिव से अपील की कि वे मामले में हस्तक्षेप करें और मैनेजिग डायरेक्टर के कार्यालय से निकाले जा रहे तबादला आदेशों की जांच करवाएं।


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