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श्रीनगर : आतंकवादी बनने के बाद 22 दिन ही जिंदा रहे दोनों, मारने से पहले दिया था आत्मसमर्पण करने का मौका

आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी अल-बदर से जुड़े हुए थे। मारे गए आतंकियों की पहचान अब्दुल रशीद ठोकर और इमाद मुजफ्फर वानी के रूप में हुई है। अब्दुल रशीद पांच दिसंबर 2021 को अल-बदर में बताैर आतंकी सक्रिय हुआ था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 01:13 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 01:13 PM (IST)
श्रीनगर : आतंकवादी बनने के बाद 22 दिन ही जिंदा रहे दोनों, मारने से पहले दिया था आत्मसमर्पण करने का मौका
हमले में एक पुलिसकमी्र मुश्ताक वागे जख्मी हो गया था।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : दक्षिण कश्मीर के हसनपोरा, कुलगाम में मारे गए अल-बदर के दोनों आतंकी स्थानीय थे। वे गत वर्ष दिसंबर से ही आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय हुए थे। एक आतंकी बनने के बाद सिर्फ 22 दिन जबकि दूसरा करीब 36 दिन ही जिंदा रहा। हालांकि गत रविवार शाम से चल रही ये मुठभेड़ इसी वजह से देरी तक चली क्योंकि सुरक्षाकर्मी चाहते थे कि ये दोनों आतंकी आत्मसमर्पण कर दें। स्थानीय होने की वजह से इन आतंकवादियों को हथियार डालने को मजबूर करने के लिए उनके परिजनों, स्थानीय बुजुर्गों, जहां तक की मौलवी की भी मदद ली गई परंतु अल-बदर के इन दोनों आतंकियों ने हथियार डालने से इंकार कर दिया।

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पुलिस ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए दोनों के शव उत्तरी कश्मीर में इस्लामिक तौर तरीके के साथ दफना दिए। पुलिस ने रविवार को हसनपोरा, कुलगाम में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना की 01आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया था। आतंकियों ने जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख उन पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया था।

जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर उनके मंसूबे को नाकाम बना दिया। जवानों ने आतंकियों को सरेंडर के लिए कई बार कहा,लेकिन वह नहीं माने। इतवार को आधी रात की करीब दोनाें आतंकी मारे गए। इस दौरान उनका ठिकाना बना मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है।

आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी अल-बदर से जुड़े हुए थे। मारे गए आतंकियों की पहचान अब्दुल रशीद ठोकर और इमाद मुजफ्फर वानी के रूप में हुई है। अब्दुल रशीद पांच दिसंबर 2021 को अल-बदर में बताैर आतंकी सक्रिय हुआ था। उससे पूर्व वह आतंकियों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर काम करता था। इमाद ने 19 दिसंबर 2021 को आतंकी बनने का एलान करते हुए पुलवामा में एक पुलिस दल पर अपने साथियों संग हमला किया था। हमले में एक पुलिसकमी्र मुश्ताक वागे जख्मी हो गया था।

आपको बता दें कि इस वर्ष पहली जनवरी से अब तक कश्मीर घाटी में हुई सात मुठभेड़ों में सुरक्षाकर्मी अभी तक 13 आतंकियों को ढेर कर चुके हैं। इनमें छह आतंकी पाकिस्तान से जबकि अन्य स्थानीय थे। 


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