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Jammu : डैथ कीप्स नो कलैंडर स्लोगन को सुरक्षा एजेंसियां मान रही आतंकियों का कोड वर्ड

बार्डर के साथ लगता पठानकोट-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग में सवार होने से पहले ही उन्होंने बंपर पर हिंदी में लिखे स्लोगन डैथ कीप्स नौ कलैंडर और ट्रक में लगे रजिस्ट्रेशन नंबर को पढ़ने के बाद ही इसमें बैठने में विश्वास जताया हो।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 07:42 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 07:42 PM (IST)
ट्रक के बंपर पर अग्रेंजी में डैथ कीप्स नो कलैंडर बड़े अक्षरों में लाल रंग में नारा लिखा गया पाया

जम्मू, जागरण संवाददाता : नगरोटा के बन टोल प्लाजा पर जिस ट्रक में आतंकवादी छिपे बैठे थे, उन्हें पता था कि उनका हश्र क्या होगा।ट्रक के बंपर पर अग्रेंजी में डैथ कीप्स नो कलैंडर बड़े अक्षरों में लाल रंग में नारा लिखा गया पाया गया।इसका मतलब मौत का कोई वक्त नही होता। यह कहां, कब आ जाए और किस जगह आए इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नही होती।लाल पेंट से ट्रक पर लिखा गया यह नारा रंग को देखकर ऐसा लगता है कि यह हाल ही में लिखवाया गया नारा था।लाल रंग वैसे भी खतरे को इंगित करता है।ऐसा भी माना जा रहा है कि यह नारा ट्रक की आतंकियों द्वारा पहचान करवाने के लिए लिखा गया हो, ताकि आतंकी इस उस ट्रक को आसानी से पहचान लें।सुरक्षा एजेंसियों इस नारे को आतंकियों के लिए रखे गए कोड वर्ड के रूप में भी मान रही हैं।कहीं पाकिस्तन बैठे आतंकियों के हैंडलरों ने कश्मीर में सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्करों से कह कर यह स्लोगन कोड वर्ड में तो नही लिखवाया।

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जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक पहले ही यह दावा कर चुके हैं कि चारों आतंकी हीरानगर और सांबा सेक्टरों में वीरवार रात को घुसपैठ कर भारतीय क्षेत्र में आए थे।बार्डर के साथ लगता पठानकोट-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग में सवार होने से पहले ही उन्होंने बंपर पर हिंदी में लिखे स्लोगन डैथ कीप्स नौ कलैंडर और ट्रक में लगे रजिस्ट्रेशन नंबर को पढ़ने के बाद ही इसमें बैठने में विश्वास जताया हो। इससे पहले इसी वर्ष 31 जनवरी को आतंकवादियों ने इसी सेक्टर से घुसपैठ की थी, तब भी रात का समय था।

हालांकि तीनों आतंकी बन टोल प्लाजा पर मारे गए थे, लेकिन ट्रक ड्राइवर जिंदा पकड़ लिया गया था।ट्रक ड्राइवर को उस समय उनके पाकिस्तान बैठै हैंडलरों ने उन्हें सांबा के पास हाइवे पर उस जगह भी बताई थी और तब उन्हें ट्रक की पहचान के लिए पार्किंग लाइट ऑन करने को कहा था।जिससे कि ट्रक की चारों लाइट्स बिलिंक करें और आतंकवादियों को ट्रक को पहचाननें में कोई दिक्कत न हो।हालांकि पार्किंग लाइट्स का कोड अब सुरक्षा एजेंसियाें को पता चल चुका है। इस लिए इस बार आतंकियों के हैंडलरों ने ट्रक के बंपर पर लिखे डैथ कीप्स नौ कलैंडर यानि मौत का कोई वक्त नही होता लिखवाया गया। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। 


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