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संसद हमले की बरसी पर श्रीनगर में पुलिस बस पर हमला, 3 जवान शहीद, 12 घायल; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांगी जानकारी

आतंकवादियों ने श्रीनगर के पंथाचौक के समीप स्थित जेबन में जिस बस पर हमला किया है उसमें जम्मू-कश्मीर आर्म्ड पुलिस की नौवीं बटालियन के जवान सवार थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले की जानकारी मांगी है। उन्होंने शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 06:33 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 07:17 AM (IST)
संसद हमले की बरसी पर श्रीनगर में पुलिस बस पर हमला, 3 जवान शहीद, 12 घायल; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांगी जानकारी
इस हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने पुलिस के साथ पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया।

श्रीनगर, जेएनएन। संसद हमले की 20वीं बरसी पर सोमवार शाम आतंकियों ने श्रीनगर के प्रवेशद्वार पंथाचौक में जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को लेकर जा रही बस पर हमला कर दिया। आतंकियों ने बस को घेरकर दो तरफ से अंधाधुंध गोलियां बरसाई। इस हमले में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआइ) समेत 3 पुलिसकर्मी बलिदान और 12 अन्य पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इनमें से भी दो की हालत चिंताजनक बनी हुई है। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी घायल भी हुआ है।

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भाग निकले आतंकियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है। यह हमला पुलवामा जिले के लिथपोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर हुआ, जहां 14 फरवरी,2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान बलिदान हो गए थे।

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए बलिदानी पुलिसकर्मियों के स्वजन के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जम्मू कश्मीर सरकार से आतंकी हमले के बारे में पूरी जानकारी तलब की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संदर्भ में एक ट्वीट भी किया है।

PM Narendra Modi has sought details on the terror attack in Jammu and Kashmir. He has also expressed condolences to the families of the security personnel who have been martyred in the attack: PMO pic.twitter.com/toLXxnDmZe

— ANI (@ANI) December 13, 2021

इस बीच, हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नामक आतंकी संगठन ने ली है। इस संगठन को भी जैश-ए-मोहम्मद का छाया संगठन और हिट स्क्वाड माना जाता है। जैश के आत्मघाती आतंकी दस्ते ने 13 दिसंबर 2001 को संसद भवन पर हमला किया था। तब पांचों हमलावर सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे। जबकि हमले का मुख्य सूत्रधार गाजीबाबा दो साल बाद श्रीनगर में हुई एक मुठभेड़ में मारा गया था, जबकि साजिशकर्ता अफजल गुरू को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी। अफजल गुरू की मौत के बाद जैश ने अफजल गुरू ब्रिगेड और अफजल गुरू स्कवाड के नाम से दो हिट स्क्वाड भी बनाए थे। सोमवार को श्रीनगर में हुए हमले को भी संसद हमले की बरसी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।

ऐसे हुआ हमला : यह हमला शाम करीब छह बजे हुआ। जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस बल की नौवीं वाहिनी के जवान श्रीनगर में दिनभर कानून व्यवस्था की ड्यूटी देने के बाद वापस जेवन स्थित अपने मुख्यालय की तरफ लौट रहे थे। जेवन में पंथाचौक के पास जब पुलिस की गाड़ी आरीपोरा में पहुंची तो वहां मौजूद वाहनों और लोगों की भीड़ में छिपे आतंकियों ने बस पर हमला कर किया। आतंकियों ने पहले कथित तौर पर ग्रेनेड फेंका और उसके बाद उन्होंने अपने स्वचालित हथियारों से बस को घेरकर दो तरफ से अंधांधुध गोलियां दागना शुरू कर दिया। इससे वहां पूरे बाजार में भगदड़ मच गई। आतंकियों ने बस के टायरों पर भी गोलियां दागी। इस बीच, कुछ पुलिसकर्मियों ने खुद को बचाते हुए बस के भीतर से ही आतंकियों पर जवाबी फायर किया, लेकिन आतंकी वहां से भाग निकले।

सुरक्षाबलों ने क्षेत्रों को घेरा : इस बीच, गोलियों की आवाज सुनकर आस-पास के इलाके में गश्त कर रहे पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवान भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वहां बस में घायल पड़े सभी पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाते हुए पूरे इलाके को घेर लिया। सूचना मिलते ही पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इस बीच, अस्पताल मेें डाक्टरों ने असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुलाम हसन को बलिदानी करार दे दिया। उनके अलावा एक घायल सिलेक्शन ग्रेेड कांस्टेबल शफीक अली ने भी कुछ देर बाद शहादत पाई।

इस हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने पुलिस के साथ पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हर वाहनों की कड़ी तलाशी ली जा रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।

हमला करने वाला नया गुट हो सकता है : डीजीपी

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने हमले में दो पुलिसकर्मियों के बलिदानी होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस पूरे क्षेत्र में सक्रिय लगभग सभी आतंकियों का सुरक्षाबलों ने सफाया कर दिया था। यह कोई नया गुट हो सकता है, जो हाल फिलहाल में इस क्षेत्र में सक्रिय हुआ है। हमले में लिप्त आतंकियों को पकडऩे के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया गया है।

कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने बताया कि बस में 25 पुलिसकर्मी सवार थे। दो से तीन आतंकियों ने बस पर हमला किया। हमले मेंं 14 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं और दो बलिदान हैं। एक आतंकी पुलिसकर्मियों की फायरिंग में जख्मी हुआ है, लेकिन उसे उसके साथी अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे हैं। हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नामक संगठन ने ली है।

उपराज्‍यपाल ने शोक जताया : डीजीपीकेंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्पाल मनोज सिन्हा ने संबंधित अधिकारियों को घायलों को हरसंभव इलाज मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। हमारी पुलिस और सुरक्षाबल आतंकवाद की बुरी ताकतों को बेअसर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इसी बीच पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकियों के इस कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।


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