Kashmir Encounter: करीरी मुठभेड़ की वीडियो सोशल मीडिया पर वाॅयरल, पुलिस ने कहा आतंकियों को हीरो नहीं बनने देंगे
Kareeri Encounter अपने पांच प्रमुख कमांडराें की मौत से हताश पीएएफएफ ने बीती रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। यह वीडियो करीरी हमले का है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूराे। उत्तरी कश्मीर में 72 घंटों के भीतर अपने पांच प्रमुख कमांडरों की मौत से हताश पीपुल्स एंटी फाॅसिस्ट फ्रंट (PAFF) आतंकी संगठन ने अपने कैडर का मनोबल बनाए रखने और लाेगों में डर पैदा करने के लिए करीरी हमले का एक वीडियो जारी किया है। पुलिस ने करीरी वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह आतंकवाद को बढ़ावा देने का प्रयास है।हम कभी भी आतंकियों को हीरो नहीं बनने देंगे।पीएएफएफ के पांच आतंकियों का 72 घंटे में मारा जाना इसकी पुष्टि करता है। कश्मीर में आतंकवाद इस समय मरनासन्न है। जल्द ही यह पूरी तरह खत्म होगा।
पीपुल्स एंटी फाॅसिस्ट फ्रंट नामक आतंकी संगठन करीब तीन माह पहले ही कश्मीर में सक्रिय हुआ है। बीते माह इस संगठन ने पहली बार अपनी उपस्थिति का एलान किया। इसमें कश्मीरी आतंंकियों के साथ लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल-बदर के विदेशी आतंकी शामिल हैं। यह संगठन भी द रजिस्टेंस फ्रंट, कश्मीर में जिसे टीआरएफ कहते हैं, की तर्ज पर ही अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
लश्कर कमांडर सज्जाद हैदर उर्फ टिपू उर्फ तैमूर ने आतंकी अनायत मीर और एक अन्य पाकिस्तानी आतंकी उस्मान के साथ मिलकर सोमवार को करीरी बारामुला में सुरक्षाबलों की एक नाका पार्टी पर हमला किया था।हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक SPO और दो CRPF कर्मी शहीद हुए थे। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने एक तलाशी अभियान चलाया और तीनों आतंकियों को एक बाग में घेर लिया। 30 घंटे चली इस मुठभेड़ में सज्जाद, उस्मान और अनायत मारे गए। मुठभेड़ में दो सैन्यकर्मी भी शहीद हुए। गत बुधवार शाम को सुरक्षाबलों ने हंदवाड़ा में सज्जाद के विश्वस्त नसीरुद्दीन लोन को उसके पाकिस्तानी साथी दानिश के साथ मार गिराया।
अपने पांच प्रमुख कमांडराें की मौत से हताश पीएएफएफ ने बीती रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। यह वीडियो करीरी हमले का है। हमले में शामिल आतंकी कश्मीरी में बातचीत करते हुए सुनायी दे रहे हैं। वीडियो फुटेज में गोली लगने से शहीद पुलिसकर्मी सड़क पर गिरा नजर आता है। इसके अलावा एक आतंकी फायरिंग करते हुए उस गाड़ी के पास जाता नजर आ रहा है, जिसमें सीआरपीएफ कर्मी थे।
संबधित सूत्रों ने बताया कि हमले का यह वीडियाे आतंकियों ने किसी बॉडीकैम से शूट किया है। आतंकियों द्वारा किसी हमले का अंजाम देने और उसका पूरा वीडियो तैयार कर उसे वायरल करने का यह दूसरा मामला है। इससे पूर्व वर्ष 2013 में श्रीनगर के हैदरपोरा इलाके में एक सैन्य वाहन पर हमले का वीडियो लश्कर-ए-तौयबा ने तैयार कर वायरल किया था। यह हमला आातंकी अबु कासिम ने अंजाम दिया था।
इस बीच,जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने पीएएफएफ के वीडियो का जिक्र करते हुए बताया कि यह वीडियो इस बात की पुष्टि करता है कि आतंकी इस समय हताश हैं। उनका मनोबल गिरा हुआहै। वह अपने कैडर का मनाेबल बनाए रखने और लोगों में डर पैदा करने के लिए ही वीडियोजारी कर रहे हैं। वह आतंकी हिंसा और आतंकियों का महिमामंडन कर, कश्मीर के युवाओं काे आतंकी बनाने की साजिश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन आतकी कभी किसी समाज का हीराे नहीं बन सकते। पीएएफएफ जिन आतंकियों को हीरो बनाने का प्रयास कर रही है, उन्हें हमले के 72 घंटों के भीतर ही मार गिराया गया है।