आतंकी मलिक उमैद ने दी कई सनसनीखेज जानकारियां, बताया- पंजाब से हथियार कश्मीर तक पहुंचाने थे ISJK आतंकी को
आरोपित ने गहन पूछताछ में बताया कि उसे हथियारों की खेप कश्मीर घाटी तक पहुंचाने का काम सौंपा था। हथियार व गोलाबारूद को ट्रक में छिपाना भी उन दो लोगों ने करना था। उसे ट्रक को सुरक्षित कश्मीर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
जागरण संवाददाता, जम्मू : झज्जर कोटली से गत रविवार को पकड़े गए इस्लामिक स्टेट आफ जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) के कमांडर ओमेद उर्फ अब्दुल्ला पुत्र अब्दुल रशीद मलिक से पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) के अधिकारियों ने घंटों पूछताछ की। इसमें उसने पंजाब में आतंकी मददगारों के सक्रिय होने की सनसनीखेज जानकारी दी। साथ ही कहा कि उसे वहां कश्मीर में आंतकी गतिविधियां बढ़ाने के लिए हथियार व पैसे दिए गए। साथ सरहद पार से आने वाली हथियारों की खेप सुरक्षित कश्मीर तकपहुंचाने के फरमान जारी हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब में दो दिन पहले आतंकी संगठन से जुड़े एक ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) ने ही उमैद को रिवाल्वर, कारतूस और एक लाख 13 हजार दिए। उसे बताया गया कि जम्मू और पंजाब के बार्डर (पठानकोट) पर हथियारों व गोलाबारूद की खेप लेकर पाक से ड्रोन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किसी जगह उतरेगा। ओमेद दो दिन पंजाब में रुका रहा।
जिस जगह हथियार फेंकने की जानकारी दी थी वहां पाकिस्तान से ड्रोन नहीं आया। आकाओं ने कहा था कि हथियारों की खेप दो लोगों ने उसे सौंपने थी। यह कौन लोग हैं, उसे उनकी कोई जानकारी नहीं है। उसे केवल पठानकोट जम्मू हाईवे पर किसी जगह इंतजार करने को कहा गया था।
आरोपित ने गहन पूछताछ में बताया कि उसे हथियारों की खेप कश्मीर घाटी तक पहुंचाने का काम सौंपा था। हथियार व गोलाबारूद को ट्रक में छिपाना भी उन दो लोगों ने करना था। उसे ट्रक को सुरक्षित कश्मीर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी। ट्रक कश्मीर से आना था। वह भी उसने ही प्रबंध किया था।
गौरतलब है कि आइएसजेके जम्मू कश्मीर में शुरू दो माह बाद शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को भी निशाना बनाना था। अंतरराष्ट्रीय सीमा से आने वाले हथियारों का इस्तेमाल हमलों के लिए किया जाना था।
एनआइए भी कर सकती पूछताछ : एसओजी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और अन्य एजेंसियां भी आतंकी ओमेद से पूछताछ करेंगी। कश्मीर के अलावा पंजाब में आतंकी नेटवर्क के बारे में सुराग जुटाए जाएंगे। संभावना है कि आतंकी को कश्मीर भी ले जाया सकता है। ओमेद उर्फ अब्दुल्ला यारीपोरा, जिला कुलगाम का रहने वाला है। कश्मीर पुलिस से ओमेद की पूरी जानकारी ली गई है।