Jammu Kashmir : सुरेश रैना बोले- Talent की कोई कमी नहीं, खिलाड़ियों के लिए सुविधा नहीं तो खिलाड़ी आगे बढ़ेंगे कैसे
प्रदेश की क्रिकेट प्रतिभा को उचित मुकाम तक पहुंचाने के लिए पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना की देखरेख में जम्मू और कश्मीर संभाग में आयोजित तीन दिवसीय क्रिकेट ट्रॉयल भले ही समाप्त हो गए हैं लेकिन एक बात तय है कि यह अभी मात्र शुरूआत है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । प्रदेश की क्रिकेट प्रतिभा को उचित मुकाम तक पहुंचाने के लिए पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना की देखरेख में जम्मू और कश्मीर संभाग में आयोजित तीन दिवसीय क्रिकेट ट्रॉयल भले ही समाप्त हो गए हैं लेकिन एक बात तय है कि यह अभी मात्र शुरूआत है। अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। सबसे पहले प्रदेश में क्रिकेट खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना प्राथमिकता रहेगी। जब तक सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो खिलाड़ी कैसे आगे बढ़ेंगे।
मौलाना आजाद स्टेडियम में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह स्वयं प्रदेश की प्रतिभा से प्रभावित हैं। यहीं वजह है कि उन्होंने प्रदेश में क्रिकेट एकेडमी खोलने का एलान किया। उन्हें हैरानगी है कि आज तक प्रदेश में जिला स्तर की प्रतिभा को आगे बढ़ने के लिए कुछ भी नहीं किया गया। वह खुश हैं कि आज इस मैदान में 200 किलोमीटर दूर के अन्य जिलों से भी खिलाड़ी ट्रॉयल में भाग लेने पहुंचे हैं। सबसे पहले खिलाड़ियों को सुविधा देने बारे सरकार से बात की जाएगी और इसके उपरांत ही प्रतिभा को तराशने का काम शुरू किया जाएगा।
अब्दुल समद जैसे खिलाड़ी के आइपीएल में प्रदर्शन के उपरांत भविष्य में प्रदेश के अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के खेले जाने की संभावना से संबंधी पूछे सवाल के जवाब में रैना ने कहा कि अब्दुल समद की तरह यहां के अन्य खिलाड़ियों में काफी दमखम है लेकिन बात फिर वहीं आकर खत्म हो जाती है कि सबसे पहले जिला स्तर पर ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। चूंकि वह देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 15 वर्ष तक क्रिकेट खेलकर 500 से अधिक मैच खेल चुके हैं। जिस जगह से वह स्वयं खेलकर आगे बढ़े हैं वहां पर भी खुल की सुविधाएं इतनी बेहतर नहीं थी लेकिन उनके सीनियर्स के भरपूर सहयोग से ही वह कामयाब हुए हैं। उन्हें पता है कि खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। काफी दूर-दूर से आना पड़ता है। इतने कम समय के बावजूद आज मैदान में सैकड़ों की तादाद में खिलाड़ियाें की संख्या देखकर वह काफी खुश हैं। सबसे पहले स्पोटर्स काउंसिल और सरकार को सबसे पहले खिलाड़ियों को पर्याप्त मात्रा में क्रिकेट मैदान और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवानी होंगी। अगर स्पोटर्स काउंसिल अपने क्रिकेट कोच को जिला स्तर पर खिलाड़ियों को अभ्यास करवाने के लिए भेजे तो इससे परिणाम काफी अच्छे निकलकर सामने आ सकते हैं। वह स्वयं भी इस बारे में उपराज्यपाल से बात करेंगे।
ट्रॉयल में भाग लेने के लिए पहुंचे खिलाड़ियों को खुल में सुधार संबंधी उनकी सलाह के जवाब में रैना ने कहा कि खिलाड़ी मैदान में अपना शत प्रतिशत दें। बिना किसी दवाब के प्रदर्शन करें। भविष्य में जिला स्तर पर ट्रॉयल आयोजित करने के बारे जल्द ही वह फैसला लेंगे। चूंकि कल से उत्तर प्रदेश में भी ट्रॉयल शुरू हो रहे हैं। इसलिए वहां पर कैंप खत्म होने के उपरांत ही जम्मू-कश्मीर में जिला स्तर पर ट्रॉयल आयोजित करने बारे फैसला लिया जाएगा।