Jammu Kashmir: सुरेश भय्याजी जोशी ने कहा, 370 हटने से जम्मू कश्मीर में शुरू हुआ नया युग
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जनसहयोग पर भी हुई बात कार्यकारिणी की बैठक में अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण में जनसहयोग के लिए धन समर्पण अभियान की भी जानकारी दी गई। यह अभियान वीरवार से शुरू हो रहा है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी ने अपने जम्मू प्रवास के तीसरे दिन बुधवार को भी कई बैठकें कर जम्मू कश्मीर के हालात के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति से यहां एक नए युग का श्रीगणेश हुआ है।
अब नए जम्मू-कश्मीर का निर्माण हो रहा है। इसका विकास हो रहा है। इसमें सभी राजनीतिक दलों को अपना राजनीतिक धर्म निभाना होगा। भय्याजी जोशी जम्मू में चार दिन के प्रवास पर हैं। इस दौरान वह संघ के कार्यकर्ताओं की विभिन्न बैठकें ले रहे हैं। बुधवार को उनके प्रवास का तीसरा दिन था। बैठक में उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से अब जम्मू कश्मीर में विकास की गति तेज हो रही है। इसके लिए सबको मिलकर काम करना चाहिए। इससे जनता की उम्मीदें बढ़ी हैं, जिनको पूरा कर सभी राजनीतिक दलों को अपना राजनीतिक धर्म निभाना होगा।
दिनभर चली बैठकों के दौर के बीच भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता भी भय्याजी जोशी से मिले। मिलने वालों में संगठन मंत्री अशोक कौल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष र¨वद्र रैना आदि शामिल रहे। रविंद्र रैना ने उन्हें जम्मू कश्मीर के राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय जताई। भैय्याजी ने बैठक के दौरान जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए जिला विकास परिषद के चुनाव के संबंध में भी बात की। उन्होंने जम्मू कश्मीर और लद्दाख में राष्ट्रवाद की भावना को और समृद्ध करने पर जोर दिया। बैठक में आरएसएस के कई वरिष्ठ स्वयंसेवक मौजूद रहे। आज वीरवार को जोशी के जम्मू कश्मीर में प्रवास का अंतिम दिन है।
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जनसहयोग पर भी हुई बात कार्यकारिणी की बैठक में अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण में जनसहयोग के लिए धन समर्पण अभियान की भी जानकारी दी गई। यह अभियान वीरवार से शुरू हो रहा है। भय्याजी को बताया गया कि कैसे माह भर चलने वाले इस अभियान के दौरान काम होगा। अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर आर्थिक सहयोग जुटाया जाएगा। इसके जरिये संघ के कार्य का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए कई कमेटियों का गठन किया गया है। इसमें स्वयसेवकों, बजरंग दल, विश्व ¨हदू परिषद समेत दूसरे कई संगठनों का भी पूरा सहयोग रहेगा।