दो स्वर आवाज एक: सेना और वायुसेना के सर्वोच्च कमांडरों ने कश्मीर से पाक को दी सीधी चेतावनी
कश्मीर मामलों के और रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो दोनों की मौजूदगी ने साबित कर दिया कि पाकिस्तान इस समय किसी दुस्साहस की कुचेष्टा भी नहीं कर सकता।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : बालाकोट के एक साल बाद हालात काफी बदल चुके हैं। साथ ही हमारी सशस्त्र सेनाओं का जोश भी आसमां पर है। बालाकोट की वर्षगांठ पर जिस तरह देश की दो प्रमुख सेनाओं के सबसे सर्वोच्च कमांडरों ने कश्मीर से सीधे दुश्मन को चुनौती दी, वह केवल संयोग नहीं हो सकता। यह एक तरह से पाक और उसके आतंक की फैक्टरी चलाने वालों को सीधा संदेश माना जा रहा है कि अब कोई भी गुस्ताखी बहुत भारी पडऩे वाली है।
बालाकोट में पाकिस्तान की जिहादी फैक्टरी पर कार्रवाई की पहली वर्षगांठ पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया स्वयं मिग-21 विमान उड़ाकर श्रीनगर पहुंचे थे। थलेसना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक अग्रिम चौकी से दुश्मन की हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देने का संदेश दे रहे थे।
भले ही जनरल नरवाने और एयरचीफ मार्शल भदौरिया की मुलाकात नहीं हुई लेकिन दोनों का अंदाज पाक को एक बार फिर साफ और कड़ा संकेत देने का था। पाकिस्तानी सेना लगातार कुछ समय से नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम का उल्लंघन कर रही है पर बुधवार को नियंत्रण रेखा के उस पार से हिमाकत का साहस नहीं जुटा पाई। वायुसेना प्रमुख ने श्रीनगर एयरबेस पर वायुसेना के अधिकारियों और जवानों संग एक समारोह मे हिस्सा लिया। उन्होंने वायुसेना की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा भी लिया।
कश्मीर मामलों के और रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो दोनों की मौजूदगी ने साबित कर दिया कि पाकिस्तान इस समय किसी दुस्साहस की कुचेष्टा भी नहीं कर सकता। दोनों सर्वोच्च कमांडरों ने कश्मीर से एक तरह से पाकिस्तान को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर साहस है तो कुछ करके दिखाओ। उन्होंने कहा कि किसी भी ऑपरेशनल एरिया में सैन्य कमांडरों की मौजूदगी बहुत मायने रखती है। अगर इन दोनों की मौजूदगी में कश्मीर में पाकिस्तान या उसके इशारों पर चलने वाले जेहादी तत्व कोई भी दुस्साहस दिखाते तो उसका परिणाम उन्हें झेलना पड़ता।
संबधित अधिकारियों की मानें तो उत्तरी कश्मीर में बुधवार पाकिस्तानी सेना की गतिविधियां लगभग सामान्य रहीं। पाकिस्तानी सेना और वायुसेना मिग-21 के गिरे मलबे और ङ्क्षवग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के पकड़े जाने से जुड़ी तस्वीरों की प्रदर्शनियों के सहारे अपनी झेंप मिटाते हुए अपने लोगों का हौसला बढ़ाने का प्रयास करते रहे। उन्होंने बताया कि पूरे कश्मीर में एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी गई थी। इस बीच, श्रीनगर में एक एनजीओ ने बालाकोट एयरस्ट्राइक पर एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और स्थानीय युवाओं ने हिस्सा लिया।