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केंद्र शासित प्रदेश से इम्फा विद्यार्थियों को भी हैं काफी उम्मीदें, कहा यहां भी शुरू हो सकती है मास्टर्स डिग्री Jammu News

जब इम्फा जम्मू यूनिवर्सिटी के अधीन आई तो उम्मीदें थी कि इम्फा एक अच्छा शिक्षा संस्थान बनकर उभरेगा लेकिन आज तक इसके उत्थान को लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं हुआ।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 01:02 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 01:02 PM (IST)
केंद्र शासित प्रदेश से इम्फा विद्यार्थियों को भी हैं काफी उम्मीदें, कहा यहां भी शुरू हो सकती है मास्टर्स डिग्री Jammu News
केंद्र शासित प्रदेश से इम्फा विद्यार्थियों को भी हैं काफी उम्मीदें, कहा यहां भी शुरू हो सकती है मास्टर्स डिग्री Jammu News

जम्मू, अशोक शर्मा। कला के प्रति युवाओं का रुझान बढ़ा है। इसका अंदाजा इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक एंड फाइन आट्र्स इम्फा में हर वर्ष दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या से लगाया जा सकता है। कला क्षेत्र में बहुत बच्चे पढ़ाई करना चाहते हैं लेकिन जम्मू विश्वविद्यालय के उदासीन रवैये के कारण दाखिला लेने में संकोच करते हैं क्योंकि वह राज्य में मास्टर्स डिग्री या पीएचडी नहीं कर सकेंगे। कला क्षेत्र में शोध के इच्छुक विद्यार्थी या तो पहले ही दूसरे राज्य से ग्रेजुएशन करने निकल जाते हैं या फिर इस क्षेत्र में कुछ करने की इच्छा ही त्याग देते हैं। इस वर्ष दाखिला लेने वालों को उम्मीद है कि अब जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद जम्मू और श्रीनगर इम्फा से बीएफए करने वालों के लिए जम्मू में मास्टर्स डिग्री शुरू हो सकेगी।

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इम्फा के विद्यार्थी वर्षो से जम्मू यूनिवर्सिटी से मास्टर्स डिग्री शुरू करने की मांग करते आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने इस दिशा में आज तक कोई कदम नहीं उठाया। हालत यह है कि मार्च 2013 में प्रिंसिपल विजय सराफ सेवा निवृत्त हुए, तब से लेकर आज तक इम्फा लगातार इंचार्ज प्रिंसिपल की देखरेख में कार्य कर रही है। वर्ष 2011 तक इम्फा जब जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी के अधीन चलती था तो यही कहा जाता था कि इम्फा जब तक जम्मू यूनिवर्सिटी के अधीन नहीं आएगा मास्टर्स डिग्री शुरू करना संभव नहीं है। जब इम्फा जम्मू यूनिवर्सिटी के अधीन आई तो उम्मीदें थी कि इम्फा एक अच्छा शिक्षा संस्थान बनकर उभरेगा लेकिन आज तक इसके उत्थान को लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं हुआ।

मास्टर्स डिग्री के लिए दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर विद्यार्थी

इम्फा से पास आउट वरिष्ठ कलाकार अश्विनी शर्मा ने कहा कि यहां से पढ़ाई कर मास्टर्स डिग्री के लिए विद्यार्थियों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। सभी विद्यार्थियों के लिए यह संभव नहीं होता। बहुत से विद्यार्थी जम्मू में मास्टर्स डिग्री न होने के कारण इम्फा से पढ़ाई ही नहीं करते। कला के क्षेत्र में बच्चों के उज्जवल भविष्य की ओर कोई प्रयास नहीं हो रहा।

इम्फा में दाखिला प्रक्रिया जारी

इम्फा में इस समय भी दाखिला प्रक्रिया जारी है। अब तक फाइन आर्ट्स में17 विद्यार्थी दाखिला ले चुके हैं और तीन सीटें खाली हैं। गायन में दस विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। डांस में तीन विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। सितार विभाग में सभी सीटें रिक्त पड़ी हैं। पिछले कुछ वर्षो के मुकाबले दाखिला लेने वालों की संख्या तो बढ़ी है लेकिन इस क्षेत्र में जिस तरह की संभावनाएं हैं, उसे देखते हुए अभी भी दाखिला लेने वालों का रिस्पांस कम है। विद्यार्थियों ने कहा कि उन्होंने इस उम्मीद में दाखिला लिया है कि जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश होने से उन्हें उम्मीद है कि अब यहां मास्टर्स डिग्री शुरू हो सकेगी। 


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