Jammu: कोरोना चुनौतियों के बीच जेईई मेन्स की परीक्षा देने उत्साह के साथ पहुंचे विद्यार्थी
सरकार की तरफ से ट्रांसपोर्ट के कोई प्रबंध नहीं किए है। उम्मीदवारों को स्वयं ही पहुंचना पड़ रहा है। चूंकि सार्वजनिक वाहन चल रहे है इसलिए प्रशासन की तरफ से कोई विशेष प्रबंध नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जेईई मेन्स की परीक्षा के बुधवार को दूसरे दिन उम्मीदवारों ने उत्साह के साथ परीक्षा दी। जम्मू में बने परीक्षा केंद्र में सुबह की नौ बजे की शिफ्ट में 303 और दोपहर बाद तीन बजे की शिफ्ट में 261 युवाओं ने परीक्षा दी। सुबह की शिफ्ट के लिए 345 और शाम के लिए 346 युवाओं ने पंजीकरण करवाया था। दूसरे दिन 81.61 फीसद उपस्थिति रही। कोरोना की चुनौतियों के बीच परीक्षा देने के लिए युवा पहुंचे।
निर्धारित समय से एक घंटे पहले युवाओं की थर्मल जांच की गई। परीक्षा केंद्रों में शारीरिक दूरी सुनिश्चित बनाई गई है। जम्मू कश्मीर में चार परीक्षा केंद्रों में जेईई मेन्स की परीक्षा हो रही है। कोरोना के चलते पहले दिन मंगलवार को पचास फीसद से भी कम विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे। परीक्षा केंद्रों में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है। श्रीनगर में बने परीक्षा केंद्र में भी विद्यार्थी पहुंचे। कई विद्यार्थी कश्मीर के दूर दराज के इलाकों से आए हुए थे। एडमिट कार्ड दिखाकर परीक्षा के लिए आने की अनुमति दी जा रही है।
सरकार की तरफ से ट्रांसपोर्ट के कोई प्रबंध नहीं किए है। उम्मीदवारों को स्वयं ही पहुंचना पड़ रहा है। चूंकि सार्वजनिक वाहन चल रहे है इसलिए प्रशासन की तरफ से कोई विशेष प्रबंध नहीं है। जम्मू के परीक्षा केंद्र में अपने बच्चे के साथ उसके पिता जानपीुर के राजेंद्र कुमार ने कहा कि हालांकि कोरोना के बीच चुनौती तो थी लेकिन साल बर्बाद होने से बचाने के लिए पेपर करवाना भी जरूरी थी। परीक्षा करवाने का फैसला सही था।
अनिल तुली ने कहा कि प्रतिस्पर्धा की परीक्षा को लम्बे समय तक टाला नहीं जा सकता है। इससे तो साल बर्बाद हो जाता। हमे कोरोना को हराना है और कोरोना के बीच ही सारे नियमों का पालन करते हुए अपनी जिंदगी को आगे चलाना है। परीक्षा देने वाले उम्मीदवार राहुल ने कहा कि जेईई मेन्स की परीक्षा के लिए किए गए प्रबंध पर्याप्त थे। इस बार कोरोना की वजह से पंजीकरण के हिसाब से हाजिरी कम नजर आ रही है। मेरा पेपर अच्छा हो गया है। अब परिणाम का इंतजार रहेगा।