अभी भी मास्क पहना और शारीरिक दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी
राज्य ब्यूरो जम्मू केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से उठाए गए कदमों से लोगों ने कोरोना को हरा तो दिया लेकिन अभी महामारी खत्म नहीं हुई है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से उठाए गए कदमों से लोगों ने कोरोना को हरा जरूर दिया है, लेकिन अभी यह महामारी खत्म नहीं हुई है। अभी भी लोगों को पहले की तरह ही संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात बरतनी होगी। मास्क पहनने के अलावा शारीरिक दूरी को बनाए रखना होगा। इससे कोरोना ही नहीं, अन्य प्रकार के संक्रमण से भी बचने में मदद मिलेगी।
यह बात प्रोजेक्ट संचार द्वारा हारवर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ इंडिया रिसर्च सेंटर के सहयोग से 'कोरोना काल में संक्रमण रोगों का प्रबंधन' विषय पर आयोजित वेबीनार में विशेषज्ञों ने कही। इसमें इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पैथालोजी नई दिल्ली की पूर्व निदेशक डॉ. पूनम सलोत्रा, आइसीएमआर रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर गोरखपुर के निदेशक डॉ. रजनीकात श्रीवास्तव और बर्न और प्लास्टिक सर्जरी विभाग एम्स पटना की एचओडी डॉ. वीणा सिंह विशेषज्ञ थे। वेबिनार का संचालन मुकेश केजरीवाल ने किया। विशेषज्ञों ने कहा कि कोरोना काल में चिकनगुनिया, डेंगू, काला अजर, मलेरिया सहित अन्य कई बीमारिया भी चुनौती बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कई बीमारियों के लक्षण कोविड-19 से मिलते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि डॉक्टर उनकी गहनता से जाच करें। उनका कहना था कि जब टेस्ट नहीं होगा तब तक बीमारी का पता नहीं चलेगा। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि बिना जाच के कोई भी दवाई नहीं खाएं। एंटीबाडी पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा :
यह पूछे जाने पर कि क्या जिन लोगों में एंटीबाडी विकसित हुई हैं, उन्हें भविष्य में वैक्सीन की जरूरत होगी तो इस पर विशेषज्ञों ने कहा कि अभी वैक्सीन नहीं बनी है। अभी यह भी रिसर्च नहीं हुई है कि एंटीबाडी कब तक असरदार रहेगी। तीन महीने या फिर पाच महीने। अभी इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगा। उन्होंने कहा कि अभी इस पर भी रिसर्च चल रही है कि बीसीजी का इंजेक्शन लगाने वालों पर कोविड-19 का असर कम हुआ है। हर किसी को अभी भी गंभीर रहना होगा :
उन्होंने कहा कि भारत में लोगों के खानपान सहित कई कारण थे, जिससे कोविड-19 से लोग बचे हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि कोरोना से लोगों में जागरूकता आई है। इससे आने वाले दिनों में लोगों को संक्रमण से बचाव में मदद मिलेगी। भारत ने यह दिखाया है कि वह किसी भी प्रकार के हालात से निपटने में सक्षम है। मगर हर किसी को अभी भी गंभीर रहना होगा। दिशा निर्देशों का पालन करना होगा।