खेतों में दिनरात मेहनत करने वाले किसान अब बनेंगे उद्योगपति, मिलेगी सब्सिडी
किसान उद्योग के शेयर होल्डर होंगे। वे उत्पादन के हिसाब से फसलें उगाएंगे। खरीद का उन्हें अलग से पैसा मिलेगा ही मुनाफे में भी वे लाभार्थी होंगे।
जम्मू, सुरेंद्र सिंह। खेतों में दिन-रात मेहनत करने वाले किसान अब उद्योगपति बनेंगे। जल्द ही जम्मू-कश्मीर के किसान अपना उद्योग स्थापित कर आमदनी तो बढ़ाएंगे ही, दूसरे लोगों को भी रोजगार मुहैया करवाएंगे।
दरअसल किसानों के लिए केंद्र सरकार ने फार्मर प्रोडक्शन आर्गनाइजेशन नाम की योजना शुरू की है। इसके तहत कम से कम पांच सौ किसानों का समूह मिलकर उद्योग शुरू कर सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक ऋण दिया जाएगा जो करोड़ों रुपयों में होगा। इस ऋण पर किसानों को 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। यानी अगर किसान एक करोड़ का श्रण लेते हैं तो उन्हें मात्र 65 लाख रुपये ही चुकाने पड़ेंगे।
दीवाली के बाद किसानों का समूह मध्य प्रदेश जाएगा
राज्य किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चिब ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से किसानों का समूह दीवाली के बाद मध्य प्रदेश के दौरे पर जा रहा है। वहां इस योजना के तहत किसानों ने उद्योग लगा काम भी शुरू कर दिया है। किसानों का दल वहां कामकाज सीखेगा और फिर जम्मू में अपना उद्योग स्थापित करेगा। फार्मर प्रोडक्शन आर्गनाइजेशन केंद्र सरकार की ओर से पंजीकरण उद्योग होगा। इसके लिए सरकार की ओर से एक सीए भी मुहैया करवाया जाएगा। वेतन सरकार ही देगी। उद्योग स्थापित करने के पहले कमेटी तय करेगी कि उद्योग किसका लगाना है। किसान उद्योग के शेयर होल्डर होंगे। वे उत्पादन के हिसाब से फसलें उगाएंगे। खरीद का उन्हें अलग से पैसा मिलेगा ही, मुनाफे में भी वे लाभार्थी होंगे।
बिचौलियों से भी बचेंगे किसान
इस उद्योग से किसानों को अपनी फसलें बेचने के लिए बिचौलियों के पास नहीं जाना पड़ेगा। वे खुद ही अपने उत्पादन के हिसाब से फसल लगाएंगे। उन्हें फसल का भुगतान भी तुरंत मिलेगा। इसके अलावा तैयार उत्पादन से होने वाला लाभ भी किसानों में बंटेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की आय दोगुनी करने के सपने का यह बेहतर प्रयास है। उनकी केंद्रीय कृषि मंत्री से बात हो चुकी है।
जम्मू कश्मीर में तैयार हो सकते हैं उत्पाद
जम्मू कश्मीर में फार्मर प्रोडक्शन आर्गनाइजेशन के तहत काफी उत्पादन तैयार हो सकते हैं। यहां पर आलू चिप्स, मैदा, सूजी, शिलका, बेसन, हल्दी, मसाले, पशुओं के लिए फीड, आम, आंवलों का आचार, मुरब्बा, जूस, एप्पल जूस, जैम, शहद, मिल्क प्रोडक्ट्स आदि की बहुत संभावनाएं हैं।