Srinagar Municipal Corporation: श्रीनगर के मेयर मट्टू अविश्वासमत रोकने के लिए अदालत पहुंचे
भाजपा के एक नेता के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस विशेष अभियान दल का एक वाहन भी होटल के बाहर मौजूद है। उन्होंने होटल में बैठे कॉरपोरेटरों की फोटो भी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : श्रीनगर नगर निगम के मेयर के खिलाफ लाए गए अविश्वासमत को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। मेयर जुनैद मट्टू ने अविश्वासमत पर रोक लगाने के लिए अदालत का सहारा लेने के साथ ही पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान पर 30 कॉरपोरेटरों को जबरन होटल में रखने का आरोप लगाया है।
निगम प्रशासन ने उपायुक्त श्रीनगर को लाकडाउन की पाबंदियों के बीच प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग के लिए कॉरपोरेटरों का सत्र बुलाने के लिए एक पत्र भी लिखा है। मेयर जुनैद के खिलाफ अविश्वासमत पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान ने लाया है। उन्होंने 43 कॉरपोरेटरों के हस्ताक्षर पर आधारित प्रस्ताव गत रोज श्रीनगर निगमायुक्त को सौंपा है। श्रीनगर नगर निगम में 74 वार्ड है और मट्टू को हटाने के लिए सिर्फ 36 सदस्यों का साथ शेख इमरान के लिए जरूरी है।
निगम के अधिकारियों के मुताबिक सात कॉरपोरेटर पीपुल्स कांफ्रेंस से हैं और छह नेकां व चार अन्य पीडीपी से हैं। कांग्रेस के 17 हैं। शेष अन्य निर्दलीय और भाजपा से संबधित हैं। निगमायुक्त गंजफर अली मीर ने कहा कि हम अविश्वासमत प्रस्ताव का अध्ययन कर रहे हैं। हस्ताक्षरों की जांच कर रहे हैं। अविश्वासमत के समर्थक कॉरपोरेटरों से भी मिलने का प्रयास किया जाएगा क्योंकि एक बार पहले अवश्विासमत प्रस्ताव के दौरान कुछ सदस्यों के जाली हस्ताक्षरों का मुद्दा उठा था। निगम के अन्य अधिकारी ने बताया कि उपजिला उपायुक्त को लिखे पत्र में कहा गया है कि चर्चा के लिए कॉरपोरेटरों का एक सत्र बुलाना जरूरी है।
भाजपा के एक नेता के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस विशेष अभियान दल का एक वाहन भी होटल के बाहर मौजूद है। उन्होंने होटल में बैठे कॉरपोरेटरों की फोटो भी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है। दोपहर बाद तक होटल में कॉरपोरेटरों की संख्या 30 हो गई थी। शाम को होटल से कितने कॉरपोरेटर घर लौटे इसकी तत्काल जानकारी नही मिल पाई है। शेख इमरान ने किसी को जबरन होटल में रोके जाने से इन्कार करते हुए कहा कि वहां सभी बैठक के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि जुनैद के निरंकुश और कथित भ्रष्ट आचरण के कारण कॉरपोरेटरों उन्हें हटाना चाहते हैं। वह अब ज्यादा दिन मेयर ककी कुर्सी पर नहीं रहेंगे।