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Kashmir: जैश आतंकी के जनाजे में शामिल हुए सैकड़ों लोग, पुलिस ने पहचान के लिए टीम बनाई

सरकारी आदेश का उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब आत्मी जुलूस में शामिल लोगों की तलाश भी शुरू कर दी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 03:35 PM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 03:35 PM (IST)
Kashmir: जैश आतंकी के जनाजे में शामिल हुए सैकड़ों लोग, पुलिस ने पहचान के लिए टीम बनाई
Kashmir: जैश आतंकी के जनाजे में शामिल हुए सैकड़ों लोग, पुलिस ने पहचान के लिए टीम बनाई

श्रीनगर, जेएनएन। कश्मीर पुलिस ने सरकारी आदेश की अवहेलना कर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी सज्जाद नवाबी के जनाजे में शामिल हुए लोगों की पहचान शुरू कर दी है। जनाते में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटों, वीडियो व स्थानीय सूत्रों की मदद ली जा रही है। सोपोर पुलिस ने इस संबंध में पहले से ही मामला भी दर्ज कर लिया है।

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जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी सज्जाद नवाबी गत बुधवार को सोपोर में सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में मारा गया था। उसका शव परिजनों को सौंपते हुए प्रशासन ने परिजनों व स्थानीय लोगों को यह विशेष हिदायत दी थी कि कोरोना प्रकोप के कारण कश्मीर घाटी में बने हालात को देखते हुए आतंकी के जनाजे में भी कोरोना प्रोटोकॉल काे अमल में लाया जाए। प्रशासन के इस आदेश के बाद पुलिस ने भी आतंकवादी के परिजनों व स्थानीय लोगों को यह स्पष्ट कर दिया था कि जनाजे में अधिक तादाद में कोई जमा न हो। परंतु ऐसा नहीं किया गया।

एसपी सोपोर ने बताया कि मारे गए आतंकवादी के जनाजे में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी ने न केवल कोविद -19 के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी किए गए निर्धारित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया, बल्कि इसने क्षेत्र की पूरी आबादी में महामारी फैलने का खतरा भी पैदा कर दिया है। सरकारी आदेश का उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब आत्मी जुलूस में शामिल लोगों की तलाश भी शुरू कर दी है। इसके लिए सुरक्षाबलों का विशेष दस्ता बनाया गया है। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो व फोटों की मदद ली जा रही है।

एसपी ने बताया कि सोपोर में पहले से ही लॉकडाउन घोषित है। अभी भी रोजाना लोगों से अपील की जा रही है कि वे किसी भी परिस्थिति में अपने घरों से बाहर न आएं। स्वास्थ्य संबंधी या फिर अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी होने पर कंट्रोल को सूचित करने के लिए कहा गया है। ऐसे में आतंकवादी के जनाजे में शामिल होने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगी। उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।


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