Kashmir Tulip Garden Festival 2021: ट्यूलिप महोत्सव को और निखार देगा साउंड एंड लाइट शो, म्यूजिकल फाउंटेन संगीत की तरंगों पर हल्की फुहार छोड़ेंगे
ट्यूलिप महोत्सव सिर्फ ट्यूलिप बाग मेें दिन के उजाले तक सीमित नहीं रहेगा। सूर्यास्त होते ही शेर-ए-कश्मीर इंटरनेेशनल कन्वेंंशन सेंटर में साउंड एंड लाइट शो भी होगा। संगीत की तरंगों पर फव्वारे भी पानी की हल्की फुहार छोड़ेंगे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : ट्यूलिप महोत्सव सिर्फ ट्यूलिप बाग मेें दिन के उजाले तक सीमित नहीं रहेगा। सूर्यास्त होते ही शेर-ए-कश्मीर इंटरनेेशनल कन्वेंंशन सेंटर में साउंड एंड लाइट शो भी होगा। संगीत की तरंगों पर फव्वारे भी पानी की हल्की फुहार छोड़ेंगे। एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप बाग श्रीनगर में जब्रवान की पहाडिय़ों की तलहट्टी में है। इसमें 64 लाख ट्यूलिप हैं। यह बाग 25 मार्च को आम लोगों के लिए खोला गया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सलाहकार बसीर अहमद खान ने बैठक में ट्यूलिप महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। पर्यटन सचिव सरमद हफीज, पर्यटन निदेशक जीएन इट्टू व अन्य संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। सलाहकार बसीर खान ने बताया कि छह दिन चलने वाला समारोह सिर्फ ट्यूलिप बाग तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए। महोत्सव के दौरान ट्यूलिप बाग में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, कश्मीरी दस्तकारी के सामान के स्टाल भी होंगे। नेचर वाक और पेंटिंग कंपिटीशन भी रहेगा। पर्यटक अन्य जगहों पर भी जाएं इसका प्रयास किया जाना चाहिए।
बसीर ने हारि पर्वत और उस पर स्थित किले में रात को रंग बिरंगी रोशनी करने, किले में भी कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम करने पर जोर देते हुए कहा शाम को उत्सव का माहौल होना चाहिए। एसकेआइसीसी में म्यजिक,लाइट एंड साउंड शो को फिर से शुरू किया जाए। म्यूजिकल फाउंटेन भी होने चाहिए। जो भी जरूरी है,सभी कदम उठाए जाएंगे। यह सारे काम तीन अप्रैल से पहले होने चाहिए। उन्होंने ट्यूलिप बाग में लोगों की बढ़ती भीड़ के मद्देनजर कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुपालन को सुनिश्चित बनाने पर जोर देते हुए कहा कि पूरे बाग में साफ सफाई का पूरा बंदोबस्त रहना चाहिए।
श्रीनगर नगर निगम को बाग के भीतर और बाहर कचरे के डिब्बे लगाए जाने चाहिए। बाग में स्वयंसेवक तैनात किए जाएं जो इस बात का सुनिश्चित बनाएं कि बाग मं कोई भी कोविड-19 प्रोटोकाल न तोड़े। वह वहां आने वालों के लिए फेस मास्क और सैनिटाइजर की सुविधा का ध्यान रखेंगे। महोत्सव का उदघाटन उपराज्यल मनोज सिन्हा करेंगे। उसी दिन संभवत: 10 करोड़ वाली चेरी पार्क परियोजना का भी नींव पत्थर रखा जाएगा।
डल में बायोडाईजेस्टर :
डल झील के संरक्षण और उसमें पारिस्थितिक संतुलण बनाए रखने के लिए जल्द ही सभी हाउसबोटों में बायो डाईजेस्टर लगाए जाएंगे। उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर ने हाउसबोट एंड शिकारा ऑनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियां व लेक एंड वॉटरवेज डिवेल्पमेंट अथारिटी के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उन्होंने बताया कि बायो डाईजेस्टर के इस्तेमाल की व्यावहारिकता का पता लगाने के लिए पहल ही कुछ हाउसबोट में इन्हेंं लगाया गया है। अब इन्हेंं सभी हाउसबोट में चरणबद्ध तरीक से लगाया जाएगा। यह काम सयमबद्ध तरीके से पूरा हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को जल्द एक कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए।