सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर सरकारी कर्मियों को होगी जेल
राज्य ब्यूरो, जम्मू : सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों को अब इसका खामि
राज्य ब्यूरो, जम्मू : सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों को अब इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। निर्देश न मानने पर जेल और जुर्माने के साथ उनकी नौकरी भी जा सकती है।
राज्य सरकार ने करीब पांच लाख सरकारी कर्मचारियों के सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर दिशानिर्देश तय कर दिए हैं। अब कर्मचारी सरकार के फैसलों, अपने विभाग संबंधी डाटा और रोजाना के कामकाज संबंधी डाटा सोशल मीडिया पर नही चढ़ाएंगे।
राज्य में ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं, जहां कई सरकारी कर्मचारी सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने में शामिल हो जाते हैं। कई बार सरकारी आदेशों से छेड़छाड़ कर कर्मचारियों को गुमराह भी किया जाता है। ऐसे में अब उन्हें सरकार के किसी फैसले पर प्रतिक्रिया देने के साथ राजनीतिक, नफरत फैलाने, सांप्रदायिकता फैलाने वाले संदेशों से भी परहेज करना होगा। उन्होंने किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार में भागीदार न बनने के साथ यह चेतावनी भी दी है कि वे अपने किसी सहयोगी, सरकारी कर्मचारी के बारे में आपत्तिनजक पोस्ट नहीं करेंगे।
कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि वे अपनी निजी डाटा और परिवार की जानकारी भी सोशल साईट पर साझा न करें। उन्हें अपने मोबाइल की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी ताकि कोई उनका डाटा चोरी न कर सके। इसके साथ सोशल साईट पर अंजान लोगों से जुड़ने से भी उन्हें परहेज करना होगा।
अगर कर्मचारियों ने दिशानिर्देशों का पालन नही किया तो खामियाजा भुगतना होगा। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि निर्देश मानने में कोताही को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी की सजा तय की जाएगी।
इस बीच नाफरमान कर्मचारियों को मिलने वाली सजा में जेल, नौकरी जाना, एक महीने का वेतन काटना, समय से पहले सेवानिवृत किया जाना शामिल है। उन्हें अपने पद से नीचे के पद भी लाया जा सकता है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया इस्तेमाल को लेकर दिशानिर्देशों संबंधी सरकारी आदेश मंगलवार को राज्य सरकार के आयुक्तसचिव खुर्शीद अहमद ने जारी किया।