Jammu: अभिव्यक्ति में हुआ नाटक घुमाईं का मंचन, अब तक नाटक के 300 के करीब शो हो चुके हैं
पानी लाने वाले युवक की भूमिका निभाने वाले विक्रम शर्मा ने नाटक में जान डालने का काम किया है।दुल्हे की भूमिका में अनिल टिक्कू ने भी छानप छोड़ी है।नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में नीरज कांत सुभाष जम्वाल सुरेश कुमार और महेक्षित सिंह शामिल थे।
जम्मू, जागरण संवाददाता: संगीत नाटक अकादमी की ओर से आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम ‘अभिव्यक्ति’ में नटरंग के बहुचर्चित डोगरी नाटक घुमाईं का मंचन किया गया।बलवंत ठाकुर के लिखे एवं निर्देशित यह ऐसा नाटक है, जिसका मास्को नाटयोत्सव, फ्रैंकफर्ट इंटरनेशनल थिएटर फेस्टिवल के अलावा भारत के लगभग सभी नाट्योत्सवों में इसका मंचन हो चुका है।
वर्ष 2000 में निर्मित, बलवंत ठाकुर की इस उत्कृष्ट कृति ने जम्मू और डोगरी रंगमंच को अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया।नाटक के अब तक 300 के करीब शो हो चुके हैं। नाटक घुमाईं लोक कथ पर आधारित है। जिसमें पहाड़ी क्षेत्रों पर पानी की समस्या को तो उजागर किया ही गया है। यह संदेश भी मिलता है कि हमें कभी भी बिना सोचे समझे कोई शर्त नहीं रखनी चाहिए।नाटक में बताया गया है कि दुल्हा पानी लाने वाले के लिए दुल्हन को देने की बात करता है। इस पर युवक पानी लाते ही मर जाता है और दुल्हन जीवन भर मरने वाले युवक की पत्नी बन कर रह जाती है।
पानी लाने वाले युवक की भूमिका निभाने वाले विक्रम शर्मा ने नाटक में जान डालने का काम किया है।दुल्हे की भूमिका में अनिल टिक्कू ने भी छानप छोड़ी है।नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में नीरज कांत, सुभाष जम्वाल, सुरेश कुमार और महेक्षित सिंह शामिल थे। गौरी ठाकुर ने दुल्हन की भूमिका निभाई।सुशांत सिंह, वृंदा शर्मा, मीनाक्षी भगत और शिवम सिंह ने भी अपनी भूमिका से न्याय किया।नाटक् का संगीत सूरज सिंह ने दिया।प्रकाश व्यवस्था सूरज गंजू ने की। ध्वनिनियंत्रण माेहम्मद यासीन ने किया।