Jammu Kashmir : तीन दिन हिमपात और बारिश के बाद आज से साफ होगा मौसम, जम्मू-श्रीनगर मार्ग वनवे
कश्मीर के उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात का सिलसिला बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। जम्मू में भी बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी होती रही। हिमपात के चलते मुगल रोड बुधवार को भी यातायात के लिए बंद रहा
श्रीनगर/जम्मू, जेएनएन : कश्मीर के पहाड़ों समेत जम्मू संभाग के उच्च पर्वतीय इलाकों में बुधवार को भी बर्फ गिरी। बारिश का सिलसिला भी पूरे दिन जारी रहा। लगातार तीन दिन से बारिश और बर्फबारी के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई संपर्क मार्गों पर आवाजाही बाधित हुई है।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एकतरफा खुला रहा। हालांकि, रामबन जिले में मलबा गिरने यह करीब डेढ़ घंटे के लिए बंद रहा। मुगल रोड और श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पहले से ही बंद है। वीरवार से मौसम साफ रहने के आसार हैं।
बारिश की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिले के पंतिहाल इलाके में दोपहर साढ़े तीन बजे पहाड़ से पत्थर और मलबा गिर गया। इससे यातायात डेढ़ घंटे बाधित रहा। एकतरफा यातायात खुला होने के चलते श्रीनगर से जम्मू की तरफ गाडिय़ां छोड़ी गई। राजमार्ग क्षतिग्रस्त होने के चलते वाहनों को धीरे-धीरे निकाला गया। मंगलवार को जम्मू से श्रीनगर के लिए छोड़े गए वाहनों को जो रास्ते में फंसे थे, उन्हें प्राथमिकता से निकाला गया। राजमार्ग पर पूरे दिन जाम लगता रहा।
मौसम साफ रहने और सड़क की हालत ठीक रहने की स्थिति में वीरवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर जम्मू से श्रीनगर वाहनों के लिए वाहनों को छोड़ा जाएगा। ट्रैफिक कंट्रोल रूम ने लोगों को घरों से निकलने से पहले राजमार्ग की स्थिति की जानकारी लेने की सलाह दी है।
जम्मू संभाग में पत्नीटॉप और नत्थाटॉप में भी हिमपात हुआ है। मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत की ऊंची चोटियों पर दो से तीन इंच बर्फबारी हुई है। बारिश व धुंध के कारण कटड़ा में हेलीकॉप्टर सेवा भी बाधित रही। किश्तवाड़ में गुलाबगढ़-संसारी नाला मार्ग भी बर्फ गिरने से बंद है। मौसम विभाग श्रीनगर ने वीरवार से मौसम सामान्य होने की बात कही है। विभाग के उप निदेशक मुख्तार अहमद ने कहा कि वीरवार से तीन दिसंबर तक मौसम साफ रहेगा। इस दौरान बारिश या बर्फ गिरने की संभावना नहीं है। हालांकि, अधिकतम तापमान बढ़ेगा, लेकिन श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला जाएगा।
हिमस्खलन की चेतावनी
हिमपात होने से कश्मीर के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने बांडीपुरा, बारामुला, कुपवाड़ा, बडग़ाम, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां के उच्च पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
कश्मीर को पर्यटकों का इंतजार
कश्मीर के पहाड़ बर्फ से लकदक हो गए हैं। अच्छी बर्फबारी कश्मीर में पर्यटन उद्योग के लिए सुकून देने वाली है। पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि पर्यटक जल्द ही कश्मीर का रुख करेंगे। पंजाब में किसानों का आंदोलन बंद होने के बाद रेलगाडिय़ां भी चल पड़ी हैं।
कश्मीर के उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात का सिलसिला बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। जम्मू में भी बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी होती रही। हिमपात के चलते मुगल रोड व श्रीनगर-लेह हाइवे व मुगल रोड बुधवार को भी यातायात के लिए बंद रहा अलबत्ता वादी को देश व दुनिया के शेष हिस्सों से जोड़ने वाला श्रीनगर-जम्मू हाइवे आज यातायात के लिए खुला रहा।
हालांकि जिला बनिहाल में बीच-बीच हुए भूसखलन के चलते अधिकतर समय जाम की स्थिति बनी रही। एक तरफा यातायात खुला हाेने के चलते श्रीनगर से जम्मू की तरफ गाड़ियां छोड़ी गई। मंगलवार की फंसी गाड़ियों को प्राथमिकता पर छोउ़ा गया। इससे भी बीच-बीच में जाग लगा रहा।मौसम साफ रहने की स्थिति में वीरवार को जम्मू से श्रीनगर के लिए गाडि़यां रवाना होंगी। ट्रैफिक कंट्रोल रूम ने लोगों को घरों से निकलने से पहले विभाग से संपर्क कर लेने का सुझाव दिया है।
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार वीरवार से मौसम साफ होने लगेगा और तीन दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा।विभाग के उप निदेशक मुख्तार अहमद ने कहा कि वादी के वायुमंडल में मौजूद पश्चमी विक्षोभ अब कमजोर पड़ना शुरू हो गया है और 26 नवंबर से कमजोर पड़ जाएगा और फिर 3 दिसंबर तक इसके सक्रिय होने की कोई संभावना नही है। जिसके चलते तब तक वादी में मौसम आमतौर पर शुष्क ही रहेगा। मुख्तार ने कहा कि इस बीच दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी होगी अलबत्ता रात का तापमान नीचे चला जाएगा।
इधर ताजा हिमपात के चलते वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन का खतरा बराबर बना हुआ है। यहां यह बता दें कि प्रशासन ने बांडीपोरा, बारामूला, कुपवाड़ा, बड़गाम, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा तथा शौपियां के उच्च पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को घूमने फिरने में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
यहां इतनी बारिश हुई
- गुलमर्ग 27.2 मिमी
- पहलगाम 11.2 मिमी
- कुपवाड़ा 16.2 मिमी
- बनिहाल 10.2 मिमी
- बटोत 17.8 मिमी
- भद्रवाह 13.2 मिमी
- कटड़ा 7.4 मिमी
कहां कितना रहा तापमान
स्थान अधिकतम न्यूनतम
- श्रीनगर 5.6 0.6
- गुलमर्ग 0.4 -5.0
- पहलगाम 3.1 0.3
- कुपवाड़ा 3.9 0.5
- लेह 1.0 -6.6
- कारगिल 4.2 -4.4
- जम्मू 16.5 13.3
- कटड़ा 14.6 11.7
- बनिहाल 5.0 3.8
- भद्रवाह 6.0 3.4