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कश्मीर में देश विरोधी ब्लॉग चलाने वाला SMC सचिव नौकरी से निलंबित, बेटे का भी चीन कनेक्शन खंगाला जा रहा

पत्रकार शुजात बुखारी एडवोकेट बाबर कादरी व्यापारी सतपाल निश्चल के नाम पहले इसी ब्लॉग में प्रकाशित हुए और फिर यह लोग आतंकियों की गोली का शिकार हुए। पुलिस वर्ष 2018 से ही इस ब्लॉग को चलाने वाले तत्वों को तलाश रही थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 08:11 AM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 02:00 PM (IST)
कश्मीर में देश विरोधी ब्लॉग चलाने वाला SMC सचिव नौकरी से निलंबित, बेटे का भी चीन कनेक्शन खंगाला जा रहा
सोफी ने करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति जमा की है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: कश्मीर में पाकिस्तानी और अलगाववादी एजेंडे का विरोध कर भारत के साथ खड़े होने वाले राजनीतिज्ञों, बुद्धिजीवियों, मीडियाकर्मियों व समाजसेवियों की हिटलिस्ट जारी करने एवं कश्मीरफाइट्स डॉट वर्डप्रेस डॉट काम ब्लॉग चलाने वाले गिरोह के सरगना मोहम्मद अकबर सोफी को श्रीनगर नगर निगम ने निलंबित कर दिया। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने सोफी को सरकारी नौकरी के लिए सीआइडी क्लियरेंस देने वालों समेत उसके पुत्र ताबिश के चीन कनेक्शन को खंगालना शुरू कर दिया है। सोफी एंड कंपनी से बरामद मोबाइल फोन व डिजिटल उपकरणों को फोरेंसिक जांच के लिए चंडीगढ़ भेजा जा रहा है।

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जांच अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद सोफी अकबर व उसके साथियों से पूछताछ के आधार पर कुछ और लोगों को चिह्नित किया गया है। इनकी गतिविधियों की जांच की जा रही है। आने वाले दिनों में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। कश्मीर फाइट्स ब्लॉग पर कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद को सही ठहराने वाले सामग्री परोसी जाती है। इस पर कश्मीर में देश के लिए काम रहे ऐसे लोगों की जानकारी सार्वजनिक की जाती है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अलगाववादी एजेंडे का विरोध करते हैं। ब्लॉग पर आए नामों को आतंकियों की हिटलिस्ट में माना जाता है।

पत्रकार शुजात बुखारी, एडवोकेट बाबर कादरी, व्यापारी सतपाल निश्चल के नाम पहले इसी ब्लॉग में प्रकाशित हुए और फिर यह लोग आतंकियों की गोली का शिकार हुए। पुलिस वर्ष 2018 से ही इस ब्लॉग को चलाने वाले तत्वों को तलाश रही थी। ब्लॉग पर प्रकाशित होने वाली राष्ट्रविरोधी सामग्री के मद्देनजर इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया था। श्रीनगर के कोठीबाग में इस ब्लॉग के खिलाफ बीते चार वर्षों में चार बार एफआइआर दर्ज की गई है।

ये आए पुलिस के शिंकजे में: पुलिस ने गत शनिवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए श्रीनगर नगर निगम के सचिव मोहम्मद अकबर सोफी, उसकी बेटी नाजिश यसराब, पुत्र ताबिश, नाजिश के होने वाले पति खालिद जावेद समेत पीरजादा राकिफ मखदूमी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, यह पांचों इस ब्लॉग को चला रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 32 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, टैबलेट, एक दर्जन पेनड्राइव व मेमोरी कार्ड, हार्ड डिस्क बरामद की हैं। सोफी मूलत: दक्षिण कश्मीर में अरिहाल पुलवामा का रहने वाला है। इनसे 889 पेज भी मिले हैं, जिन पर विभिन्न लोगों के बारे में कई आपत्तिजनक बातें लिखी हैं, जिन्हें भारतीय एजेंट व कश्मीर का दुश्मन करार दिया गया है।

300 करोड़ की संपत्ति, टेरर फंडिंग की भी आशंका: पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि सोफी की बेटी ने जम्मू से कानून की पढ़ाई की है, जबकि बेटा बीटेक डिग्रीधारी है। सोफी कई बार दुबई, सऊदी अरब, लंदन जा चुका है। वह वर्ष 2019 में अपनी दूसरी बीबी के साथ लंदन गया था, जबकि उसका बेटा कोरोना महामारी का संकट शुरू होने से पहले करीब पांच बार चीन जा चुका है। वह चीन क्यों गया था, वहां किन लोगों से मिलता रहा है, इसके बारे में जांच की जा रही है। नाजिश व ताबिश उसकी पहली बीबी के साथ रहते हैं। सोफी ने करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति जमा की है। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या वह सिर्फ ब्लॉग चलाने तक सीमित था या टेरर फंडिंग में भी सक्रिय था।

आतंकी था, फिर भी मिली सरकारी नौकरी: अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद अकबर सोफी एक आतंकी था। इसके बावजूद वह श्रीनगर नगर निगम में नौकरी हासिल करने और लगातार पदोन्नति पाकर सचिव के पद पर पहुंच गया। उस पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे, लेकिन कभी कार्रवाई नहीं हुई। उसे सीआईडी क्लीयरेंस कैसे मिली, वह विदेश क्यों जाता रहा है, इसमें उसकी मदद करने वाले अधिकारियों की भी पड़ताल की जा रही है।

राकिफ की गिरफ्तारी से मिले सुराग: इस मामले में पकड़े गए पीरजादा राकिफ मखदूमी पर ही पुलिस की सबसे पहले नजर गई थी। एक निजी लॉ कालेज में पढ़ाई कर रहे राकिफ को करीब एक साल पहले भी पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ और राष्ट्रविरोधी बातें लिखने के आरोप में पकड़ा था। बाद में उसे छोड़ दिया गया था। पुलिस ने जब उसके इंटरनेट मीडिया अकाउंट की जांच की तो उसमें लिखी बातें सोफी के ब्लॉग से मिलती थीं। राकिफ को श्रीनगर के पूर्व डिप्टी मेयर शेख इमरान का भी करीबी माना जाता है। वह शेख इमरान द्वारा गठित संगठन जम्मू कश्मीर पीपुल्स एलांयस का भी सदस्य था। शेख इमरान ने बाद में इस पार्टी को समाप्त कर दिया था। 


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