जम्मू शहर में स्थित नियंत्रित परंतु तनावपूर्ण, तीन दिन से जारी कर्फ्यू में ढील नहीं
यहां सेना, अर्धसैनिक बल व पुलिस के जवान भी तैनात हैं ताकि प्रदर्शनकारी सड़क के बीचों-बीच आकर हंगामा न करें।
जम्मू, जेएनएन। पुलवामा में सीआरपीएफ पर आत्मघाती हमले के खिलाफ लोगों के भड़के आक्रोश को देखते हुए जम्मू शहर में आज रविवार तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है। फिलहाल शहर में किसी जगह पर हिंसक झड़पों या प्रदर्शनों की कोई खबर नहीं है परंतु शहर पूरी तरह से बंद है। जम्मू में पुलिस, सीआरपीएफ के अलावा सेना को तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। सेना ने आज भी शहर के कुछ इलाकों में फ्लेग मार्च किया। शहर में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
पुराने शहर के विभिन्न इलाकों में मुख्य सड़क की तरफ आने वाली गलियों पर कंटीली तारें लगाकर बंद किया गया है। यहां सेना, अर्धसैनिक बल व पुलिस के जवान भी तैनात हैं ताकि प्रदर्शनकारी सड़क के बीचों-बीच आकर हंगामा न करें। गुज्जर नगर, जानीपुर जहां पिछले दो दिनों के दौरान आगजनी व तोड़फोड़ की घटनाएं पेश आई वहां भी सुरक्षा कड़ी रखी गई है। यहां तैनात सेना के जवान फ्लेग मार्च करते हुए स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। जिन-जिन इलाकों में सचिवालय कर्मचारियों के क्वाटर हैं वहां भी पुलिस तैनात की गई है।
प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक जारी है जिसमें पिछले तीन दिनों में उपजे हालात पर सुरक्षा समीक्षा की जा रही है। बैठक के बाद ही दोपहर बाद कर्फ्यू में ढील दिए जाने का फैसला लिया जाएगा। यह ढील चरणबद्ध तरीके से दी जाएगी।
वहीं जम्मू में होने वाली सीबीआई की परीक्षा को रद्द कर दिया गया। उम्मीदवारों को उनके मोबाइल पर मैसेज के जरिए सूचित कर दिया गया था कि आज परीक्षा नहीं होगी। जम्मू विश्वविद्यालय ने भी पहले ही आज होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया था। इसके अलावा जम्मू के वर्तमान हालात को देखते हुए राजकीय मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा. सुनंदा रैना ने सभी स्टाफ सदस्यों की अगले आदेश तक छुट्टियां रद कर दी है। वहीं उन्होंने सभी विभागों के एचओडी तथा अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों से बैठक कर यह सुनिश्चित बनाने को कहा कि इन हालात में भी किसी भी मरीज को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कफ्र्यू के दौरान स्टाफ सदस्यों को घरों से लाने और छोड़ने के लिए कालेज बसों और एम्बुलेंसों की मदद ली जाएगी। इस दौरान अगर कोई कर्मचारी ड्यूटी के दौरान घर नहीं जा सकता तो वह कालेज की कैंटीन में ही खाना भी खा सकता है।
सभी पैरामेडिकल सदस्यों को खाना अस्पताल प्रशासन ही मुहैया करवाएगा। उन्होने जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर से अनुरोध किया कि कफ्यू के दौरान अस्पताल के स्टाफ सदस्यों के पहचान पत्रों को ही कफ्यू पास के तौर पर माना जाए। कालेज की बसों को भी इस दौरान आने जाने से रोका नहीं जाए। उन्होंने इमरजेंसी में किए गए प्रबंधों का भी जायजा लिया।