मां और भाई ने दबोचा और बहन ने दुपंट्टे से घोंट दिया राहुल का गला
जागरण संवाददाता, जम्मू : राहुल हत्याकांड की जांच के दौरान सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता
जागरण संवाददाता, जम्मू : राहुल हत्याकांड की जांच के दौरान सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला कि मां, बहन और छोटे भाई ने मिलकर ही राहुल की हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद बहन और भाई ने मिलकर राहुल के शव को लकड़ी के बक्से में डाल कर मांडा पुलिस नाके के नजदीक झाड़ियों में फेंक दिया था। पुलिस ने उस दुपट्टे को भी बरामद कर लिया है, जिससे राहुल का गला घोंट कर हत्या की गई थी। शव बरामद होने के बाद उसके गले पर चोट के निशान पाए गए थे।
पुलिस के अनुसार राहुल की छोटी बहन रजनी देवी का प्रेम प्रसंग एक स्थानीय युवक के साथ चल रहा था। रजनी उस युवक से शादी करना चाहती थी। राहुल की मां रानी देवी और छोटा भाई कन्नू मेहरा भी रजनी की पसंद से सहमत थे। राहुल इसका विरोध कर रहा था। 16 नवंबर को सुबह राहुल जब घर से काम पर जाने के लिए तैयार हो रहा था, उसी दौरान परिवार के सदस्यों में रजनी की शादी को लेकर बहस हो गई। घर पर उस समय राहुल, उसकी मां, बहन और भाई ही मौजूद थे। पिता हर दयाल जो हलवाई का काम करते हैं। काम पर गए हुए थे। चारों में जम कर बहस हुई। गुस्से में राहुल ने बहन को पीटना शुरू कर दिया। इस पर कन्नू और उसकी मां रजनी के समर्थन में आकर बीच-बचाव करने लगे। इसके बाद भी झगड़ा इतना बढ़ गया कि बहन, छोटे भाई और मां ने राहुल को पकड़ लिया। बहन ने अपना दुपट्टा निकाल कर राहुल के गले में डाल कर कस दिया। कुछ ही देर में सांस घुट जाने से राहुल की मौत हो गई। वह जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद घर के तीनों सदस्य सहम गए। देर शाम तक उन्होंने शव को घर में ही छिपा कर रखा। शव को ठिकाने लगाने के लिए परिजनों ने उसे बक्से में डाला और मोटरसाइकिल से मांडा ले गए। मोटरसाइकिल कन्नू चला रहा था। उसकी बहन ने पिछली सीट पर बैठ कर बक्से को पकड़ा था। मांडा पुलिस नाका पार कर उन्होंने बक्से को झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान मां-बेटी ने हत्या करने की बात को कुबूल कर लिया है।
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राहुल के फोन की अंतिम लोकेशन घर पर मिलने से हुआ शक
पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि राहुल के मोबाइल फोन की अंतिम लोकेशन उसके घर पर ही आ रही थी। इसके अलावा पुलिस को यह समझ नहीं आ रहा था कि राहुल 16 नवंबर से घर से लापता हो गया था, लेकिन परिवार के लोगों ने कई दिन तक उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी। शव बरामद होने के मात्र दो दिन पूर्व ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट बख्शी नगर पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई थी और बताया गया कि शक्ति नगर के जिस शॉपिग मॉल में राहुल काम करता था, वहीं से वह लापता हो गया था।
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शर्मसार होकर कन्नू ने लगाया फंदा
बुधवार को पुलिस ने राहुल की हत्या के मामले में उसकी मां और बहन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। कन्नू दिन भर पुलिस से भाग रहा था। उसे इस बात का पता लग गया था कि अब मामले का खुलासा हो जाएगा। देर रात को वह घर पर आया और बाहर आंगन में पेड़ पर फंदा लगा कर जान दे दी।
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रजनी की शादी के लिए राहुल की सहमति जरूरी थी
राहुल के परिवार का खर्च उसकी कमाई पर ही चलता था। घर के सदस्यों को इस बात का पता था कि राहुल की सहमति के बिना रजनी की शादी हो पाना संभव नहीं है। शादी पर होने वाला खर्च राहुल को ही उठाना था। घर के सभी सदस्य राहुल को रजनी की शादी करवाने के लिए कहते थे। इससे घर में आए दिन झगड़ा होता था। वर्जन--
तनाव के कारण भूल रहे रिश्तों की अहमियत
लोगों में तनाव इस प्रकार हावी हो चुका है कि आक्रोश में आकर रिश्तों की अहमियत भूल जाते हैं। कई मामलों में लोगों पर रुतबे को लेकर अहंकार हो जाता है जो रिश्तों में खटास का कारण बन जाता है। एकल परिवार का चलन भी समाज में दूरियां पैदा करने वाला है। परिवार के सदस्यों में जितना आपस में मेल मिलाप होगा, उतना ही रिश्तों में मिठास होगी।
डॉ. जगदीश थापा, मनोरोग चिकित्सक