सुरईंसर झील से निकाली जाएगी गाद
जागरण संवाददाता जम्मू उपराज्यपाल के निर्देश के बाद वन्यजीव संरक्षण विभाग सुरईंसर झील से ग
जागरण संवाददाता, जम्मू : उपराज्यपाल के निर्देश के बाद वन्यजीव संरक्षण विभाग सुरईंसर झील से गाद निकालने और उसमें फेंकी गई गंदगी को हटाने का काम जल्द आरंभ करेगा। वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में 2.58 करोड़ रुपये की लागत से कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किया जाएगा। हाल ही में उपराज्यपाल ने मानसर-सुरईंसर झील का दौरा किया था। 2005 में मानसर साइट के अंतर्गत लाया गया था। यहां के वन्य क्षेत्र का रख रखाव की जिम्मेदारी वन्यजीव संरक्षण विभाग के पास है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने कहा कि प्रोजेक्ट के तहत काम मार्च तक कर लिया जाएगा। वहीं वन्यजीव संरक्षण विभाग ने मानसर- सुरुईसर वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र के लिए कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट प्लान का खाका भी तैयार कर लिया है। यह प्रोजेक्ट मार्च 2023 तक पूरा होगा। वाइल्ड लाइफ इंस्टीटयूट देहरादूर के विशेषज्ञ के सहयोग से पूरी योजना तैयार की जा रही है।
गौरतलब है कि बोटिंग के बढ़ते हादसों को देखते हुए करीब तीस साल पहले यह सुविधा बंद कर दी गई थी। मानसर झील में तो वर्ष 2002 में बोटिंग यह सुविधा शुरू कर दी गई, लेकिन सुरुईंसर झील में बोटिंग की सुविधा फिर शुरू करवाने के लिए पर्यटन विभाग को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। इसके लिए विभाग को वन्यजीव व वन विभाग से अनुमति हासिल करनी पड़ी। लगातार प्रयासों के चलते चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जम्मू ने जुलाई 2017 में एक कमेटी का गठन किया, जिसने अगस्त 2017 में अनुमति प्रदान करने की सिफारिश की। इसके बाद मामला वन विभाग में अटक गया था और कई लिखित संवाद के बाद वन विभाग ने 25 अक्टूबर 2019 को बोटिंग की अनुमति प्रदान की। पर्यटन विभाग को यह अनुमति 31 मार्च 2021 तक दी गई है।