Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: टेरर फंडिंग में सात लोग NIA के रडार पर, 4 कोट भलवाल जेल में बंद हैं

अटारी में पकड़ी गई 532 किलो हेरोइन में से एक बड़ा हिस्सा गुजरात के एक बंदरगाह से आस्ट्रेलिया और सिंगापुर भेजा जाना था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 02:52 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 02:52 PM (IST)
Jammu Kashmir: टेरर फंडिंग में सात लोग NIA के रडार पर, 4 कोट भलवाल जेल में बंद हैं
Jammu Kashmir: टेरर फंडिंग में सात लोग NIA के रडार पर, 4 कोट भलवाल जेल में बंद हैं

जम्मू, जागरण संवाददाता। 532 किलो हेरोइन रिकवरी मामले में सिरसा से गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के वित्तीय रिश्तों की बात सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले में फिर से सक्रिय हो गई है। यहां तक कि टेरर फंडिंग में पहले से पकड़े गए लोगों से पूछताछ की तैयारी कर ली गई है। फिलहाल, सात लोगों की सूची तैयार की गई है। इनमें से चार कोट भलवाल जेल में ही बंद हैं। इसके अलावा क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े प्रदेश के उन व्यापारियों को भी चिह्न्ति किया जा रहा है, जो अमृतसर और जालंधर के व्यापारियों के साथ सीधे जुड़े हुए थे।

loksabha election banner

दरअसल, पूछताछ में चीता ने कई सनसनीखेज जानकारियां दी हैं। पंजाब में पूछताछ में उसने बताया कि हेरोइन बिक्री के बाद ड्रग मनी का बड़ा हिस्सा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के पास पहुंचाया जाना था, जिससे भारी मात्र में हथियार खरीदकर संगठन आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता। पूछताछ के दौरान दोनों भाइयों ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान से आई 532 किलो हेरोईन की खेप में से 132 किलो हेरोइन पंजाब समेत दिल्ली, मुंबई और कुछ अन्य राज्यों में सप्लाई की जानी थी। शेष 400 किलो हेरोइन को सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भेजने के लिए सी रूट (समुद्र मार्ग) का इस्तेमाल किया जाना था।

एनआइए वर्ष 2017 से ही जम्मू कश्मीर में टेरर फंडिंग व हवाला मामलों की जांच कर रही है। इस सिलसिले में करीब दो दर्जन अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। यहां तक कि पंजाब, हरियाणा व दिल्ली के कुछ व्यापारियों के अलावा जम्मू कश्मीर के चार व्यापारी भी पकड़े जा चुके हैं। टेरर फंडिंग के चलते ही भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड को रोका गया है। इस ट्रेड की आड़ में भी मादक पदार्थो की तस्करी होती रही है। क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिए व्यापार का एक बड़ा हिस्सा आतंकी संगठनों तक पहुंचता रहा है।

भांग से लेकर हेरोइन तक की तस्करी : पुलिस के सूत्रों ने बताया कि चीता की गिरफ्तारी सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कश्मीर के कमांडर रियाज नाइकू से जुड़े हिलाल अहमद वागे से मिले सुरागों के आधार पर हुई है। वागे को अप्रैल के अंतिम सप्ताह में पकड़ा गया था। वह वहां हिजबुल के लिए पैसा लेने गया था। सूत्रों ने बताया कि यहां सभी जानते हैं कि हिज्ब कमांडर दक्षिण कश्मीर में अफीम व भांग की खेती पर स्थानीय ड्रग माफिया से प्रोटेक्शन मनी लेते हैं। बीते दो-तीन वर्षो से पंजाब के रास्ते जम्मू कश्मीर में हथियार आए हैं। यह हथियार अमृतसर से ही भेजे गए थे।

एनआइए ने पुलिस से मांगीं अहम जानकारियां: सूत्रों ने बताया कि एनआइए ने टेरर फं¨डग मामले की जारी जांच अब और विस्तार दिया है। एनआइए ने कथित तौर पर प्रदेश पुलिस से कुछ आवश्यक सूचनाएं देने के लिए कहा है। इसमें क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े कुछ व्यापारियों के नाम भी हैं। रंजीत सिंह चीता से पूछताछ के संदर्भ में बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस लगातार पंजाब पुलिस के संपर्क में हैं। फिलहाल, पंजाब पुलिस ही चीता और हिलाल वागे समेत अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है।

  • पंजाब पुलिस और एनआइए से हम लगातार संपर्क में हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस भी मामले में जांच कर रही है। पंजाब पुलिस से जो इनपुट मिल रहे हैं, उनके आधार पर संदिग्धों की धरपकड़ की जा रही है। - दिलबाग सिंह, डीजीपी, जम्मू कश्मीर

गुजरात के बंदरगाह से विदेश भेजी जानी थी हेरोइन

अमृतसर : सिरसा से गिरफ्तार कुख्यात हेरोइन तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता और उसके भाई गगनदीप से पूछताछ में जांच एजेंसियों को हैरान करने वाली जानकारी मिल रही हैं। पता चला है कि अटारी में पकड़ी गई 532 किलो हेरोइन में से एक बड़ा हिस्सा गुजरात के एक बंदरगाह से आस्ट्रेलिया और सिंगापुर भेजा जाना था। इतना ही नहीं, सिरसा में रहते हुए भी चीता ने पाकिस्तान से आई 75 किलो हेरोइन को ठिकाने लगवा दिया। यह जानने की कोशिश हो रही है कि यह खेप कहां-कहां सप्लाई की गई। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसियों को पता चला है कि चीता इंटरग्रेटिड चेक पोस्ट (आइसीपी) अटारी पर मई 2019 में पकड़ी गई 532 किलो हेरोइन जैसी चार कन्साइनमेंट को पाकिस्तान से कंटीली तार पार करवाकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करवा चुका है। यह खेप किस रास्ते देश और विदेश में भेजी गई या अभी देश में ही किसी जगह पड़ी है आदि को लेकर संशय बरकरार है।

सहयोग नहीं कर रहाः सूत्रों का कहना है कि चीता पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के साथ संबंधों पर कुछ बताने में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक इतनी जानकारी ही सामने आई है कि हिजबुल आतंकी हिलाल अहमद वागे से 29 लाख रुपये की ड्रग मनी पकड़े जाने से पहले भी ड्रग मनी पंजाब से कश्मीर जा चुकी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.