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Kashmir: बंदूक से कश्मीर का नहीं, पाकिस्तान का हुआ भला, अलगाववादी कुरैशी ने पाकिस्तान को दिखाया आइना

हाशिम कुरैशी ने ही मकबूल बट के साथ मिलकर नेशनल लिबरेशन फ्रंट बनाया था। यही फ्रंट जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट बना था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 11:03 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 11:09 AM (IST)
Kashmir: बंदूक से कश्मीर का नहीं, पाकिस्तान का हुआ भला, अलगाववादी कुरैशी ने पाकिस्तान को दिखाया आइना
Kashmir: बंदूक से कश्मीर का नहीं, पाकिस्तान का हुआ भला, अलगाववादी कुरैशी ने पाकिस्तान को दिखाया आइना

नवीन नवाज, श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में आतंकी ङ्क्षहसा की नींव डालने वालों में शुमार डेमोक्रेटिक लिबरेशन पार्टी के चेयरमैन हाशिम कुरैशी ने पाकिस्तान को आइना दिखाया है। बंदूक छोड़ अलगाववादी सियासत में उतरे कुरैशी कश्मीर में हिंसा और लोगों की मौत के लिए पाकिस्तान को सीधे जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के लोगों को बहकाकर उनका इस्तेमाल किया और उन्हें हिंसा की आग में धकेला। यह बात कश्मीर में सब जानते हैं पर डर के मारे बोल नहीं पाते। 

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दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत में अलगाववादी नेता ने शुक्रवार को कहा कि मुझे अफसोस है कि आज भी कश्मीरियों का एक वर्ग पाकिस्तान के एजेंडे की असलियत को समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि पढ़े लिखे और समझदार लोग असलियत समझते हैं, लेकिन सच बोलने से डरते हैं। पाकिस्तान के अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए ही बंदूक का इस्तेमाल हुआ। जो भी कश्मीरी मरे वह कश्मीर के लिए नहीं, पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए ही मरे।

उन्होंने सवाल पूछा कि कश्मीर को किसने गुलाम बनाया, किसने हमला किया? पाकिस्तान ने। कश्मीरियों को बचाने के लिए महाराजा हरि सिंह ने भारत में विलय किया। कश्मीरियों के नेता शेख अब्दुल्ला ने भी इसकी सहमति दी थी। कश्मीरियों ने तब भी पाकिस्तानी फौज के खिलाफ नारा लगाया था, खबरदार-होशियार-हम कश्मीरी हैं तैयार।

गिलगिट-बाल्टिस्तान के हक का क्या : पाकिस्तान अनुच्छेद-370 और अनुच्छेद 35ए की समाप्ति पर घडिय़ाली आंसू बहा रहा है, जबकि 46 साल पहले इसकी शुरुआत तो पाकिस्तान ने गिलगिट-बाल्टितान से ही की थी। 1974 में गिलगिट-बाल्टिस्तान की विशिष्ट पहचान के लिए जम्मू-कश्मीर के स्टेट सब्जेक्ट और आंतरिक स्वायत्तता का कानून समाप्त कर बाहरी लोगों को बसाया था। आज गिलगिट-बाल्टिस्तान की हालत क्या है, यह वहां के लोग जानते हैं। मैं वहां रहा हूं, इसलिए खुलकर बता सकता हूं कि पाकिस्तान जिसे आजाद कश्मीर कहता है वह उसका एक उपनिवेश है, गिलगिट-बाल्टिस्तान अभी गुलाम हैं।

पाकिस्तान क्यों नहीं खाली करता कब्जा : संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में साफ लिखा है कि रायशुमारी अगर होती है तो पहले काबिज को कश्मीर से हटना होगा। कश्मीर पर काबिज कौन है-पाकिस्तान। पाकिस्तान को कश्मीर से हटना होगा। उसे अपने कब्जे वाला कश्मीर को छोडऩा होगा।

असली शोषण पाकिस्तान ने किया : हाशिम कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान यौम-ए- इस्तेहसाल (शोषण दिवस) मनाने का एलान कर रहे हैं। वह पाकिस्तान की जनता और अपने कब्जे वाले कश्मीरियों को भड़काकर अपनी कुर्सी बचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि असली शोषण पाकिस्तान ने किया है। इसलिए पाकिस्तान के खिलाफ जम्मू कश्मीर, भारत, गुलाम कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान के लोगों को इस्तेहसाल मनाना चाहिए।

कौन हैं हाशिम कुरैशी : हाशिम कुरैशी ने ही मकबूल बट के साथ मिलकर नेशनल लिबरेशन फ्रंट बनाया था। यही फ्रंट जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट बना था। हाशिम कुरैशी ने ही अपने भाई के साथ मिल इंडियन एयरलाइंस के विमान गंगा को 1971 में हाइजैक कर लाहौर पहुंचाया था और यात्रियों को निकालकर विमान में आग लगा दी थी। पाकिस्तान के मंसूबों को समझने के बाद कुरैशी ने बंदूक से नाता तोड़ लिया।


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